Jharkhand Politics: जेएमएम प्रमुख हेमंत सोरेन ने गुरुवार को झारखंड के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली. हेमंत सोरेन सुबह-सुबह गठबंधन में शामिल कांग्रेस नेताओं के साथ राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन से मिलने राजभवन पहुंचे थे. राज्यपाल ने उन्हें सरकार बनाने के लिए औपचारिक रूप से आमंत्रित किया था. जिसके बाद उन्होंने शाम 5 बजे के करीब फिर से मुख्यमंत्री पद की शपथ ली.
हेमंत सोरेन हाल ही में जमीन घोटाले के एक मामले में करीब पांच महीने बाद जेल से जमानत पर रिहा हुए हैं. वहीं, बुधवार को चंपई सोरेन ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दिया था. इस दौरान उन्होंने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा, “कुछ दिन पहले मुझे मुख्यमंत्री बनाया गया और मुझे राज्य की जिम्मेदारी मिली. हेमंत सोरेन के वापस आने के बाद, हमारे गठबंधन ने यह निर्णय लिया और हमने हेमंत सोरेन को हमारा नेता चुना. अब, मैंने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है.”
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28 जून को हाईकोर्ट से मिली थी जमानत
झारखंड हाई कोर्ट ने शुक्रवार (28 जून) को हेमंत सोरेन को कथित जमीन घोटाले से जुड़े धनशोधन मामले में जमानत दी थी. प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) का आरोप है कि सोरेन ने रांची के बड़गाईं अंचल में 8.86 एकड़ जमीन पर कब्जा किया है. इसी मामले में ईडी ने 31 जनवरी को झारखंड के तत्कालीन सीएम हेमंत सोरेन को कथित जमीन घोटाले से जुड़े धनशोधन मामले में गिरफ्तार किया था. इसके बाद उन्होंने अपना त्यागपत्र झारखंड के राज्यपाल सी. पी. राधाकृष्णन को सौंप दिया.
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— Vistaar News (@VistaarNews) July 4, 2024
जेएएम ने आरोपों का किया खंडन
हेमंत सोरेन के इस्तीफे के बाद चंपई सोरेन को मुख्यमंत्री पद की जिम्मेदारी दी गई थी. बता दें कि सोरेन पर फर्जी दस्तावेजों के जरिए करोड़ों रुपये की जमीन हासिल करने का आरोप लगा है. ईडी का मानना है कि सोरेन ने फर्जी विक्रेता और खरीदार दिखाकर आधिकारिक रिकॉर्ड में हेरफेर के माध्यम से आपराधिक आय अर्जित की है. उधर, जेएमएम का कहना है कि ये सब बदले की भावना के तहत किया जा रहा है.