Jharkhand News: केंद्रीय गृह मंत्रालय ने झारखंड में नक्सल प्रभावित जिलों के आधार पर इसका वर्गीकरण कर राज्य सरकार को रिपोर्ट भेज दी है. मंत्रालय द्वारा भेजे गए इस रिपोर्ट के अनुसार, झारखंड में अब केवल पांच जिले नक्सल प्रभावित हैं. इनमें गिरिडीह, गुमला, लातेहार, लोहरदगा और पश्चिमी सिंहभूम जिले का नाम शामिल है. वहीं, देश के पांच राज्यों छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, ओडिशा और झारखंड के 12 सबसे अधिक नक्सल प्रभावित जिलों की श्रेणी में झारखंड का सिर्फ पश्चिमी सिंहभूम जिला का नाम शामिल है. जबकि, छत्तीसगढ़ में सात, मध्य प्रदेश में एक, महाराष्ट्र में एक और ओडिशा में दो जिले सबसे अधिक नक्सल प्रभावित जिलों की श्रेणी में रह गये हैं.
केंद्रीय गृह मंत्रालय की रिपोर्ट के अनुसार, झारखंड के चार जिले- गिरिडीह, गुमला, लातेहार ओर लोहरदगा में धीरे-धीरे नक्सलियों की मौजूदगी कम हुई है या नक्सली घटनाओं में कमी दर्ज हुई. इन जिलों को डिस्ट्रिक्ट ऑफ कनर्सन की श्रेणी में रखा गया है, ताकि यहां फिर से नक्सली अपने संगठन का विस्तार या उसे मजबूत नहीं कर सकें.
ये जिले नक्सल प्रभाव से बाहर
केंद्रीय गृह मंत्रालय की रिपोर्ट में झारखंड के सरायकेला-खरसावां, चतरा, खूंटी, रांची, बोकारो और गढ़वा जिला को लीगेसी और थ्रस्ट डिस्ट्रिक्ट की श्रेणी में शामिल किया गया है. यानी ये जिले अब नक्सलियों के प्रभाव में नहीं रहे. लेकिन, इन जिलों में दोबारा नक्सली न पनपें, इसके लिए इन जिलों में सुरक्षा के दृष्टिकोण से केंद्रीय अर्धसैनिकों की प्रतिनियुक्त पर राज्य सरकार को मदद करने पर निर्णय लिया गया है.
वहीं, बिहार में अब कोई भी जिला नक्सलियों के प्रभाव में नहीं है. सिर्फ औरंगाबाद, गया, जमुई, लखीसराय, मुंगेर, कैमूर, नवादा व रोहतास को लीगेसी और थ्रस्ट डिस्ट्रिक्ट की श्रेणी में रखा गया है.
देश से खत्म होगी नकस्ल समस्या- अमित शाह
हाल ही में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा था कि देश में नक्सल समस्या अगले दो-तीन साल में खत्म हो जाएगी. छत्तीसगढ़ में एक छोटी सी जगह को छोड़कर पूरा देश अब इस समस्या से मुक्त है. पीटीआई के साथ एक साक्षात्कार में अमित शाह ने कहा था कि पशुपतिनाथ से तिरुपति तक तथाकथित नक्सली गलियारे में माओवादियों की कोई मौजूदगी नहीं है. गृह मंत्री ने आगे कहा था कि पूरे देश से नक्सलियों का सफाया हो गया है.
एक समय कुछ लोग पशुपतिनाथ से लेकर तिरूपति तक नक्सल कॉरिडोर की बात करते थे. अब झारखंड पूरी तरह से नक्सल मुक्त है. बिहार पूरी तरह से आजाद है. ओडिशा, तेलंगाना और आंध्र प्रदेश भी पूरी तरह से आजाद हैं, महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश भी नक्सलियों के प्रभाव से स्वतंत्र हैं. “