Jharkhand: झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (Hemant Soren) की कथित जमीन घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं. प्रवर्तन निदेशालय (ED) की टीम ने सोमवार को सोरेन के दिल्ली स्थित घर सहित 3 ठिकानों पर छापेमारी की थी. हालांकि ईडी की टीम को सोरेन नहीं मिले थे. लेकिन ईडी की टीम ने हेमंत सोरेन की BMW कार को जब्त कर लिया है. वहीं इस मामले पर अब बीजेपी ने JMM को घेरना शुरू कर दिया है और हेमंत सोरेन को भगोड़ा घोषित कर दिया है.
भाजपा सांसद दीपक प्रकाश ने कहा, “झारखंड के मुख्यमंत्री फरार हैं, लापता हैं और इसलिए लापता हैं क्योंकि उन्होंने भ्रष्टाचार को शिष्टाचार बनाने का काम किया… जब जांच एजेंसियां जांच करने के लिए उनको बुला रही हैं तो वे भागते जा रहे हैं.” वहीं बीजेपी झारखंड अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने भी कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन प्रवर्तन निदेशालय की कार्रवाई के डर से भाग गए.
बीजेपी के आरोपों पर जेएमएम नेता मनोज पांडे ने कहा, “एक चुनी हुई सरकार एक चुने हुए सीएम को परेशान कर रही है, क्या आदिवासी होना पाप है? हेमंत सोरेन ने ईडी को सूचित किया था कि वह 31 जनवरी को उपलब्ध होंगे. ईडी ने खुद 31 जनवरी की समय सीमा दी थी, तो 29 जनवरी को जांच क्यों की गई, इतनी हताशा क्यों? वह एक प्रिय मुख्यमंत्री हैं भगोड़े नहीं, यह झारखंड की जनता और आदिवासियों का अपमान है.”
कांग्रेस ने लगाया साजिश का आरोप
वहीं झामुमो की सहयोगी कांग्रेस ने कहा है कि मुख्यमंत्री जल्द ही रांची वापस आएंगे और आरोप लगाया कि ईडी की कार्रवाई राजनीति से प्रेरित है. झारखंड कांग्रेस के अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने आरोप लगाया कि हेमंत सोरेन के लोकेशन को लेकर पैदा किया जा रहा भ्रम एक सोची-समझी साजिश का हिस्सा है. उन्होंने प्रदेश में राष्ट्रपति शासन की आशंका जताते हुए कहा कि राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाने की स्थिति पैदा करने की कोशिश की जा रही है. लोग अफवाह फैला रहे हैं कि सीएम लापता हैं.
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रांची : झारखंड के सीएम #हेमन्त_सोरेन के खिलाफ ईडी की जांच पर जेएमएम नेता मनोज पांडे ने कहा –
"एक चुनी हुई सरकार एक चुने हुए सीएम को परेशान कर रही है, क्या आदिवासी होना पाप है? हेमंत सोरेन ने ईडी को सूचित किया था कि वह 31 जनवरी को उपलब्ध होंगे. ईडी ने खुद 31 जनवरी की समय सीमा दी… pic.twitter.com/Of1OOefcC6— Vistaar News (@VistaarNews) January 30, 2024
सभी विधायकों को रांची में रहने के निर्देश
दूसरी तरफ, झामुमो के नेतृत्व वाले सत्तारूढ़ गठबंधन के सभी विधायकों को राज्य की राजधानी रांची नहीं छोड़ने और राज्य की वर्तमान राजनीतिक स्थिति पर चर्चा के लिए मंगलवार को एक बैठक में शामिल होने के लिए कहा गया है.
न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, जेएमएम के एक नेता ने कहा कि मुख्यमंत्री आवास में प्रस्तावित बैठक मौजूदा राजनीतिक स्थिति और प्रवर्तन निदेशालय द्वारा बुधवार को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से प्रस्तावित पूछताछ को लेकर रणनीति पर चर्चा करने के लिए बुलाई गई है. झामुमो महासचिव और प्रवक्ता विनोद कुमार पांडे ने बताया कि मौजूदा राजनीतिक स्थिति को देखते हुए सत्तारूढ़ गठबंधन के सभी विधायकों को रांची में रहने का निर्देश है.