Air Pollution Kids Safety Tips: दिल्ली-NCR समेत कई सारी जगहों की हवा लगातार खराब होती जा रही है. लगातार बढ़ते AQI लेवल ने लोगों का सांस लेना मुश्किल कर दिया है. बढ़ते प्रदूषण की वजह से लोगों का अपने घर से तक निकलना मुश्किल हो गया है. प्रदूषण का सबसे ज्यादा असर हमारी स्किन, फेफड़ों और आंख पर होता है. ऐसी हालत में खुद को प्रोटेक्ट करना बेहद जरूरी हो जाता है और ये स्थिति जब बड़ों के लिए खतरनाक है तो बच्चों के लिए तो और भी ज्यादा हानिकारक है. ऐसे में अपने बच्चों को प्रदूषण की चपेट में आने से कैसे बचाएं? आइए आपको बताते हैं ऐसी 5 टिप्स जिनसे आप अपने बच्चों को प्रदूषण से दूर रख सकते हैं.
बच्चों को बाहर न जाने दें
डॉक्टर्स का कहना है कि आज के समय में जब हवा बेहद दूषित है तो ऐसे में बच्चों को बाहर जाने से रोकें. अपने घरों में एयर प्यूरिफायर का उपयोग करें. साथ ही घरों के खिड़की दरवाजों को भी बंद रखें. आप अपने घरों में कुछ प्लांट्स वगैरह भी लगा सकते हैं.
खुली जगह में एक्सरसाइज न करें
बाहर या किसी भी खुली जगह में बच्चों को एक्सरसाइज या योग करने से रोकें. दरअसल एक्सरसाइज या योग करने से शरीर में ऑक्सीजन की डिमांड बढ़ती है, जिससे दूषित हवा शरीर में जा सकती है. इसलिए ऐसे में बच्चों को घर पर ही एक्सरसाइज करने के लिए कहें.
बाहर खेलने से रोकें
इस प्रदूषण के दौरान बच्चों को बाहर खेलने के लिए बिल्कुल भी न जाने दें. इस दौरान बच्चों को ऐसे इंडोर गेम्स के लिए प्रोत्साहित करें जिनसे वो गेम में इन्वॉल्व रहें और उनका मस्तिष्क भी ऊर्जावान रहे. साथ ही घर में बच्चों को ज्यादा मोबाइल का उपयोग करने से रोकें जिससे उनकी आंखों पर बुरा प्रभाव न पड़े.
मास्क अवश्य लगवाएं
डॉक्टरों की मानें तो 3 साल से बड़े बच्चे को मास्क लगाने को जरूर कहें. प्रदूषित हवा से बचने के लिए मास्क बहुत जरूरी माना जाता है, ऐसे में हो सके तो N95 मास्क का जरूर प्रयोग करें. अगर बच्चे बाहर कहीं से आते हैं तो उन्हें जरूर नहलाएं और उनकी स्किन को मॉइस्चराइज करें.
ये भी पढे़ं- महिलाएं पीरियड ब्लड से क्यों कर रही हैं स्किन केयर? जानें क्या है Menstrual Masking ट्रेंड
ज्यादा से ज्यादा पानी पिएं
अधिक प्रदूषण के दौरान ज्यादा से ज्यादा पानी पीना काफी लाभदायक माना जाता है. ज्यादा पानी पीने से बॉडी डिटॉक्स रहती है साथ ही बॉडी से सारे टॉक्सिन्स भी साफ हो जाते हैं. अधिक पानी पीने से बॉडी हाइड्रेट भी रहती है जिससे डिहाइड्रेशन का खतरा भी कम रहता है.
डिस्क्लेमर : कोई भी घरेलू उपचार करने से पहले डॉक्टर की सलाह अवश्य लें.
