Vistaar NEWS

Spicy Food: तीखा खाने से 25% तक कम हो सकता है मौत का खतरा, स्टडी में खुलासा

Spicy Food

स्पाइसी फ़ूड सेहत के लिए बेहद फायदेमंद

Spicy Food: अक्सर स्पाइसी फ़ूड खाने वालों को ये कहा जाता है कि तीखा खाना सही नहीं है. इसे हेल्थ के लिए खराब बताया जाता है. मगर हाल के शोधों से पता चला है कि नियमित रूप से मसालेदार भोजन, खासकर मिर्च का सेवन, मौत के जोखिम को 25% तक कम कर सकता है. यह अध्ययन चार बड़े अंतरराष्ट्रीय डेटासेट्स (अमेरिका, इटली, चीन, और ईरान) से 5,70,000 से अधिक लोगों के आहार और मृत्यु दर के आंकड़ों पर आधारित है.

मिर्च में मौजूद कैप्साइसिन (Capsaicin) नामक यौगिक को इसके स्वास्थ्य लाभों का मुख्य कारण माना जा रहा है. इसमें सूजन-रोधी, एंटीऑक्सीडेंट, कैंसर-रोधी और रक्त शर्करा नियंत्रण जैसे गुण शामिल हैं. हालांकि, यह शोध प्रारंभिक है और इसे पुष्ट करने के लिए और अधिक अध्ययनों की आवश्यकता है.

शोध के मुख्य निष्कर्ष

मृत्यु जोखिम में कमी: नियमित मिर्च खाने वालों में सभी कारणों से मृत्यु का जोखिम 25% कम पाया गया, जबकि हृदय रोग से मृत्यु का जोखिम 26% और कैंसर से मृत्यु का जोखिम 23% कम था.

अध्ययन का दायरा: यह विश्लेषण 4,729 अध्ययनों की समीक्षा के बाद चार प्रमुख अध्ययनों (अमेरिका, इटली, चीन और ईरान) पर आधारित है, जिसमें 5,70,000 से अधिक लोगों को शामिल किया गया.

प्रकाशन की स्थिति: यह शोध अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन की साइंटिफिक सेशंस 2020 में प्रस्तुत किया गया, लेकिन अभी तक यह पीयर-रिव्यू जर्नल में प्रकाशित नहीं हुआ है, इसलिए इसे प्रारंभिक माना जा रहा है.

मिर्च के स्वास्थ्य लाभ

कैप्साइसिन की भूमिका: मिर्च में मौजूद कैप्साइसिन में सूजन-रोधी, एंटीऑक्सीडेंट, और कैंसर-रोधी गुण होते हैं, जो हृदय रोग, कैंसर, और अन्य पुरानी बीमारियों के जोखिम को कम कर सकते हैं. यह TRPV1 रिसेप्टर्स को सक्रिय करता है, जो सूजन को नियंत्रित करने में मदद करता है.

पाचन स्वास्थ्य: कैप्साइसिन पेट में एसिड उत्पादन को रोकता है और क्षारीय व म्यूकस स्राव को बढ़ाता है, जिससे अल्सर की रोकथाम और उपचार में मदद मिलती है.

मेटाबॉलिज्म को बढ़ावा: कैप्साइसिन भूरे वसा कोशिकाओं को उत्तेजित करता है, जिससे मेटाबॉलिक दर बढ़ती है और वजन नियंत्रण में सहायता मिलती है.

माइक्रोबायोम स्वास्थ्य: मसालेदार भोजन आंत के माइक्रोबायोम की विविधता को बढ़ाता है, जो पाचन और समग्र स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है.

प्रमुख अध्ययनों का अवलोकन

इटली का मोलि-सानी अध्ययन (2019): 22,811 लोगों पर किए गए इस अध्ययन में पाया गया कि सप्ताह में चार बार से अधिक मिर्च खाने वालों में सभी कारणों से मृत्यु का जोखिम 23% और हृदय रोग से मृत्यु का जोखिम 34% कम था. यह लाभ मेडिटेरेनियन आहार से स्वतंत्र था.

चीन का कदूरी बायोबैंक अध्ययन (2015): 4,87,375 लोगों पर किए गए इस अध्ययन में रोजाना मसालेदार भोजन खाने वालों में कुल मृत्यु जोखिम 14% और इस्केमिक हृदय रोग से मृत्यु 22% कम थी.

अमेरिका का NHANES अध्ययन (2017): 16,179 वयस्कों पर किए गए इस अध्ययन में मिर्च खाने वालों में कुल मृत्यु जोखिम 13% कम था.

मेटा-विश्लेषण (2021): चार अध्ययनों के डेटा को मिलाकर किए गए विश्लेषण में मसालेदार भोजन के नियमित सेवन से कुल मृत्यु जोखिम में 12% और हृदय रोग से मृत्यु में 18% की कमी देखी गई.

विशेषज्ञों की राय

डॉ. बो जू, क्लीवलैंड क्लिनिक: ‘हमें यह देखकर आश्चर्य हुआ कि मिर्च का नियमित सेवन कुल मृत्यु, हृदय रोग, और कैंसर मृत्यु के जोखिम को कम करता है. हालांकि, इसके सटीक कारण और तंत्र अभी अज्ञात हैं.’

जयना मेटालोनिस, यूनिवर्सिटी हॉस्पिटल्स: ‘स्वस्थ लोगों के लिए मसालेदार भोजन आमतौर पर सुरक्षित है, लेकिन अत्यधिक मसालेदार भोजन से कुछ मामलों में गंभीर स्वास्थ्य जोखिम हो सकते हैं.’

यह भी पढ़ें: International Yoga Day 2025: विशाखापत्तनम में पीएम मोदी के साथ 5 लाख लोग करेंगे योग, 40 देशों के प्रतिनिधि भी होंगे शामिल

मरियालौरा बोनाशियो, मोलि-सानी अध्ययन: ‘मिर्च का सुरक्षात्मक प्रभाव आहार की समग्र गुणवत्ता से स्वतंत्र है, जो इसे एक अनूठा स्वास्थ्यवर्धक घटक बनाता है.’

संतुलित आहार: मसालेदार भोजन के लाभ समग्र स्वस्थ आहार के साथ मिलकर अधिक प्रभावी हो सकते हैं. मेडिटेरेनियन आहार के साथ मिर्च का संयोजन विशेष रूप से फायदेमंद हो सकता है.

सावधानी: मिर्च की अधिक मात्रा से बचें, खासकर अगर आपको पाचन संबंधी समस्याएं हैं. दूध या नींबू जैसे खाद्य पदार्थ कैप्साइसिन की जलन को कम कर सकते हैं.

Exit mobile version