Lok Sabha Election 2024: बीते दिन देश में लोकसभा चुनाव के लिए राजनीतिक दलों ने प्रचार का शंखनाद कर दिया. जहां मेरठ में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कांग्रेस-सपा समेत सभी विपक्षी दलों पर हमलावर थे, तो वहीं दिल्ली के रामलीला मैदान में ‘INDI’ गठबंधन की ओर से शक्ति प्रदर्शन किया गया. इस बीच लखनऊ में लखनऊ में AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी और अपना दल-कमेरावादी की नेता पल्लवी पटेल ने नए मोर्चे का ऐलान कर दिया. उन्होंने समाजवादी पार्टी के पीडीए फॉर्मूले के सामने पीडीएम का नया फार्मूला रख दिया है.
तीसरा मोर्चा क्या गुल खिलाएगा?
दरअसल, यूपी अब मुस्लिम वोट बैंक को साधने के लिए असदुद्दीन ओवैसी ने पल्लवी पटेल को अपने साथ ले लिया. BJP के अगुवाई वाले NDA और सपा के साथ कांग्रेस वाले ‘INDI’ गठबंधन के सामने मुस्लिम वोटों की सबसे बड़ी राजनीति करने वाली AIMIM ने भी पीडीएम यानी पिछड़ा दलित और मुसलमान न्याय का फार्मूला सामने रख दिया है. अब यह तीसरा मोर्चा यूपी की सियासत में क्या गुल खिलाएगा, यह सबसे बड़ा मुद्दा बना हुआ है.
65 लोकसभा सीटों पर मुस्लिम मतदाताओं का प्रभाव
वहीं यूपी में सियासी समीकरणों पर ध्यान दे तो अनुमानों के मुताबिक पूरे उत्तर प्रदेश में करीब चार करोड़ मुस्लिम आबादी है. यह आंकड़ा पूरे प्रदेश की कुल आबादी का करीब 20 फीसदी तक पहुंच जाता है. रामपुर, अमरोहा, बिजनौर समेत सूबे की 80 में से करीब 65 लोकसभा सीटें ऐसी हैं जहां मुस्लिम मतदाता बड़ी संख्या में हैं और इनकी तादाद 30 फीसदी के आसपास या इससे अधिक है. वहीं अकेले रामपुर में मुस्लिम आबादी 49 फीसदी के करीब है.
आज P.D.M.( पिछड़ा , दलित , मुसलमान ) गठबंधन की घोषणा करते हुए साथ में AIMIM के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री असदुद्दीन ओवैसी जी, प्रगतिशील मानव समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री प्रेम चंद्र बिंद जी, राष्ट्र उदय पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री बाबू राम पाल जी एवं अपना दल की… pic.twitter.com/9FqbmrakMw
— Dr. Pallavi Patel (@pallavi_apnadal) March 31, 2024
8 सीटों के लिए नामांकन खत्म
ऐसे में ओवैसी और पल्लवी पटेल के यह तीसरा मोर्चा तब बना है, जब पहले चरण की 8 सीटों के लिए नामांकन खत्म हो चुका है और दूसरे चरण की 8 सीटों के नामांकन में तीन दिन(आखिरी दिन 4 अप्रैल) बचे हैं. अब तीसरे मोर्चे के सामने बाकी बची 5 चरणों की 64 सीटों पर बातचीत हो सकती है. इन 64 सीटों पर कौन कितनी सीटों पर चुनाव लड़ेगा, यह तस्वीर भी एक और बैठक साफ हो जाएगी.
पल्लवी पटेल के साथ नाइंसाफी हुई: AIMIM
AIMIM के राष्ट्रीय प्रवक्ता आसिम वकार ने भी बड़ा दावा कर दिया है. उन्होंने कहा, ‘ हमारी ताकत पूर्वांचल में भी उतनी ही है जितनी पश्चिम में है. पल्लवी पटेल के साथ नाइंसाफी हुई है. उन्हें उनका हक नहीं मिला, जिसकी वजह से वह हमारे साथ हैं. हमारी लड़ाई पिछड़ों, दलितों और मुसलमानों के हक के लिए है. समाजवादी पार्टी पहले कांग्रेस फिर BSP के साथ गठबंधन कर चुकी है फिर भी वह BJP को रोकने में नाकाम रही है.’