Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव के दौरान कर्नाटक पुलिस ने बुधवार को भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और पार्टी के आईटी सेल प्रमुख अमित मालवीय को समन भेजा है. बता दें कि कर्नाटक पुलिस ने भाजपा की राज्य इकाई की ओर से सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर शेयर किए गए एससी/एसटी समुदाय के खिलाफ एक विवादित पोस्ट मामले में समन भेजा है.
कर्नाटक भाजपा के विवादित पोस्ट को लेकर कांग्रेस की राज्य इकाई ने एक प्राथमिकी दर्ज कराई है. जिसके बाद पुलिस ने जेपी नड्डा और अमित मालवीय को बेंगलुरु के हाई ग्राउंड्स पीएस के समक्ष सात दिनों के भीतर तलब होने को कहा है.
जानिए क्या है पूरा मामला
आपको बता दें कि यह मामला सोशल मीडिया पर एक वीडियो पोस्ट को लेकर है. जिसमें राहुल गांधी और सिद्धारमैया के एनिमेटेड चरित्र दिखाए गए हैं. वीडियो क्लिप में, एससी, एसटी और ओबीसी समुदाय को एक घोंसले में “अंडे” के रूप में चित्रित किया गया है और इसमें राहुल को भी सुझाव दिया गया है. गांधी ने मुस्लिम समुदाय का लेबल लगाकर एक बड़ा अंडा लगाया, ऐसा पेश किया गया जैसे कि मुस्लिम समुदाय को दर्शाने वाले चूजे को धन दिया जा रहा है, जो बाद में एससी, एसटी और ओबीसी समुदायों को बाहर निकाल देता है.
इस वीडियो क्लिप को लेकर कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने चुनाव आयोग में शिकायत की थी. मामले में भारत निर्वाचन आयोग के निर्देश पर बेंगलुरु पुलिस ने नड्डा और अमित मालवीय को समन भेजा है.
कांग्रेस ने दर्ज कराई थी शिकायत
इस वीडियो क्लिप को भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, पार्टी के आईटी सेल प्रमुख अमित मालवीय और कर्नाटक भाजपा यूनिट के प्रमुख बीवाई विजयेंद्र के खिलाफ कर्नाटक कांग्रेस ने FIR दर्ज कराई थी. कांग्रेस का आरोप है कि भाजपा ने एक सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए SC-ST समुदाय के लोगों को डराने की कोशिश की है, ताकि वे एक खास कैंडिकेट के लिए वोट न करें. रविवार को कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने इलेक्शन कमीशन और बेंगलुरु पुलिस के पास आचार संहिता के उल्लंघन की रिपोर्ट दर्ज कराई थी. इसके बाद पुलिस ने FIR दर्ज हुई थी.
पुलिस के मुताबिक, भाजपा नेताओं के खिलाफ रेप्रिजेंटन ऑफ पीपुल्स एक्ट और IPC के सेक्शन 505 (2) (समुदायों के बीच नफरत, दुश्मनी या बैर बढ़ाने के लिए बयान देना) के तहत केस दर्ज किया था. जिसके बाद आज पुलिस ने समन जारी किया है.