Lok Sabha Election 2024: सूरत लोकसभा सीट से कांग्रेस उम्मीदवार निलेश कुम्भानी चुनाव अधिकारी के समक्ष अपने तीन में से एक भी प्रस्तावक को मौजूद नहीं रख पाए. जिसके बाद चुनाव अधिकारी ने निलेश कुम्भानी का नामांकन फॉर्म रद्द कर दिया. बीजेपी के दिनेश जोधानी ने कांग्रेस के कैंडिडेट निलेश कुम्भानी के फॉर्म में उनके तीन प्रस्तावकों के हस्ताक्षर को लेकर सवाल उठाए थे. अपने साथ प्रस्तावकों को न रख पाने पर कांग्रेस कैंडिडेट निलेश कुम्भानी ने कहा, मेरी सुबह प्रस्तावकों से बात हुई थी, उन्होंने कहा था कि 9 बजे तक कलेक्टर ऑफिस आ जाएंगे, हमें उम्मीद थी वो आएंगे लेकिन अब सभी के फोन बंद है.
उन्होंने कहा कि सरकार की धमकी के सामने सब डरे हुए हैं. कांग्रेस के नेता और एडवोकेट बाबू मांगुकीया ने कहा हमारे तीनों प्रस्तावकों का अपहरण हुआ है, चुनाव अधिकारी को अभी फॉर्म पर हस्ताक्षर हुए हैं या नहीं, इसकी नहीं बल्कि अपहरण की जांच करनी चाहिए. उन्होंने कहा कि हस्ताक्षर टेली किए बगैर फॉर्म रद्द करना गलत है, प्रस्तावकों के हस्ताक्षर सही हैं या गलत उसकी जांच के बगैर फॉर्म रद्द करना गलत है.
प्रस्तावकों के अपहरण की शिकायत दर्ज
एडवोकेट बाबू मांगुकीया ने कहा, प्रस्तावकों के अपहरण होने की हमने शिकायत दर्ज की है लेकिन अभी तक पुलिस की तरफ से कोई कार्यवाही नहीं की गई. हम हाई कमांड से बात कर हाईकोर्ट का रूख करेंगे . वहीं कांग्रेस के नेता असलम सायकलवाला ने कहा, ‘निलेश कुम्भानी को कैंडिडेट बनाना कांग्रेस की गलती थी, निलेश कुम्भानी ने टिकट का सौदा किया और वो बिक चुके हैं.’ अन्य कांग्रेस के कार्यकर्ताओं – नेताओं ने कहा प्रस्तावक में बहनोई, भांजा और भागीदार था और अब वही मौजूद नहीं हो रहे हैं तो मतलब ये है कि निलेश कुम्भानी खुद शंका के दायरे में हैं और उन्होंने बीजेपी से सौदेबाजी कर ली है.
कांग्रेस ने बीजेपी पर साधा निशाना
वहीं बीजेपी ने कांग्रेस के आरोप खारिज करते हुए कहा कि खुद की गलती छिपाने के लिए कांग्रेस बीजेपी पर आरोप लगा रही है. कांग्रेस को इसका जवाब जनता गुजरात की सभी 26 लोकसभा सीट पर बीजेपी को 5 लाख से ज्यादा लीड से विजयी बनाकर देगी.
आपको बता दें कि, बीजेपी के दिनेश जोधानी ने कांग्रेस के कैंडिडेट निलेश कुम्भानी के नामांकन पत्र को लेकर कल सवाल उठाए थे. कांग्रेस के कैंडिडेट निलेश कुम्भानी के तीनों प्रस्तावक के हस्ताक्षर को लेकर चुनाव अधिकारी से बीजेपी के दिनेश जोधानी ने शिकायत की थी.
तीनों प्रस्तावक गायब है
वहीं निलेश कुम्भानी के प्रस्तावक में उनके बहनोई, भांजे और भागीदार के हस्ताक्षर होने का दावा किया गया था लेकिन तीनों प्रस्तावकों ने चुनाव अधिकारी के सामने कल एफिडेविट कर कहा था कि निलेश कुम्भानी के फॉर्म में उनके हस्ताक्षर नहीं है, जिसके बाद से तीनों प्रस्तावक गायब है.