Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव के तारीखों के ऐलान के साथ ही लोकतंत्र के महापर्व की शुरुआत हो चुकी है. सीट बंटवारे और उम्मीदवार के नामों की घोषणा जैसे मुद्दों पर राजनीतिक दलों के बीच मंथन का दौर जारी है. बीजेपी अब तक अपने उम्मीदवारों की दो लिस्ट जारी कर चुकी है. वहीं, कांग्रेस भी कई प्रत्याशियों के नाम पर मुहर लगा दी है. कांग्रेस के नेतृत्व वाले ‘इंडिया’ गठबंधन में शामिल दलों के बीच अभी भी सीट बंटवारे को लेकर बातचीत का दौर जारी है. सीट शेयरिंग की ऐलान से पहले ही महाराष्ट्र कांग्रेस ने राज्य के सांगली लोकसभा सीट से विशाल पाटिल को उम्मीदवार के रूप में ऐलान कर दिया है.
महाराष्ट्र कांग्रेस के अध्यक्ष नाना पटोले ने सोमवार को कहा कि लोकसभा चुनाव के लिए महाविकास अघाड़ी (एमवीए) के उम्मीदवारों की सूची आने वाले दो से तीन दिनों में जारी की जाएगी. इस दौरान उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने सांगली संसदीय क्षेत्र से विशाल पाटिल को मैदान में उतारने का फैसला किया है. महाविकास अघाड़ी गठबंधन में सीट-बंटवारे के फार्मूले के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि उम्मीदवारों की सूची अगले दो से तीन दिनों में सामने आ जाएगी.
संजय काका पाटिल के खिलाफ विशाल पाटिल
लोकसभा चुनाव के मुद्दे पर बात करते हुए नाना पटोले ने कहा, ”कांग्रेस पार्टी ने सांगली निर्वाचन क्षेत्र से विशाल पाटिल को लोकसभा चुनाव के मैदान में उतारने का फैसला किया है. बता दें कि पश्चिमी महाराष्ट्र की सांगली लोकसभा सीट से बीजेपी के संजय काका पाटिल मौजूदा सांसद हैं. अब इनके खिलाफ कांग्रेस ने विशाल पाटिल को खड़ा करने का फैसला किया है. गौरतलब है कि महाविकास अघाडी यानी की एमवीए में शिवसेना (यूबीटी), कांग्रेस और शरद पवार नीत राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा शरदचंद्र पवार) शामिल हैं.
महाराष्ट्र की राजनीति में अस्थिरता का माहौल
महाराष्ट्र से लोकसभा की कुल 48 सीटें आती हैं. लेकिन पिछले कुछ समय से यहां की राजनीति में काफी अस्थिरता भी देखने को मिला है. शिवसेना से बगावत कर विधायकों के साथ बाहर निकले एकनाथ शिंदे आज बीजेपी के समर्थन से राज्य के मुख्यमंत्री हैं. वहीं उनके बगावत के बाद से ही शिवसेना अब दो गुटों में बंट चुकी है. इसके बाद शरद पवार की राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) से बगावत कर अजित पावर एकनाथ शिंदे सरकार में उप मुख्यमंत्री हैं. ऐसे में इस बार का लोकसभा चुनाव महाराष्ट्र की राजनीति के लिए अहम माना जा रहा है.