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“इनकी बेशर्मी तो देखो…”, Lalu Yadav के मुस्लिम आरक्षण वाले बयान पर PM Modi का पलटवार

PM Modi On Lalu Yadav

पीएम मोदी, लालू यादव

PM Modi On Lalu Yadav: लोकसभा चुनाव के बीच भाजपा लगातार कांग्रेस पर आरोप लगा रही है कि कांग्रेस शासित राज्यों में ओबीसी, एससी और एसटी का आरक्षण मुसलमानों को दिया जा रहा है. भाजपा ने आरोप लगाया है कि कांग्रेस धर्म के आधार पर आरक्षण देने की वकालत कर रही है. वहीं, आज राष्ट्रीय जनता दल के अध्यक्ष लालू यादव ने मुस्लिमों को आरक्षण देने पर टिप्पणी कर दी जिस पर सियासी घमासान मच गया है.अब लालू यादव के बयान पर पीएम मोदी ने पलटवार किया है.

पीएम मोदी ने लालू यादव पर साधा निशाना

पीएम मोदी ने कहा, “कांग्रेस चुप है, लेकिन आज उसके एक सहयोगी ने INDI गठबंधन के इरादों की पुष्टि की. उनके नेता जो चारा घोटाले के सिलसिले में जेल में हैं और अदालत ने उन्हें सजा दी है. उनकी बेशर्मी तो देखो स्वास्थ्य की वजह से जमानत से बाहर आए हैं.जेल में कैद थे.”

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पीएम मोदी ने आगे कहा, “लालू यादव ने कहा कि मुसलमानों को आरक्षण मिलना चाहिए और सिर्फ आरक्षण ही नहीं मिलना चाहिए बल्कि पूरा का पूरा आरक्षण मुसलमानों को मिलना चाहिए. इसका मतलब क्या हुआ यानी एससी, एससी और ओबीसी समाज को जितना आरक्षण मिला है उसे छीनकर पूरा का पूरा आरक्षण मुसलमानों को देना चाहते हैं. आखिर ये लोग ऐसा क्यों कर रहे हैं क्योंकि यही वो बैंक के सहारे वो अपना सांस गिन रहा है.”

पीएम मोदी ने की मुसलमानों से अपील

इससे पहले लोकसभा चुनाव के मद्देनजर भाजपा और कांग्रेस के बीच चल रही राजनीतिक खींचतान के बीच पीएम मोदी ने मुस्लिम समुदाय से राष्ट्रीय प्रगति में अपनी भूमिका पर विचार करने की अपील की है. पीएम मोदी ने मुसलमानों को विभाजन का फायदा उठाने के विपक्ष के प्रयासों के प्रति आगाह किया है.

पीएम मोदी ने कहा, “मैं पहली बार मुस्लिम समाज और उनके शिक्षित गुट से यह कह रहा हूं. कृपया आत्मनिरीक्षण करें. देश आगे बढ़ रहा है, लेकिन आपके समाज को ऐसा क्यों लगता है कि कुछ कमी है? कांग्रेस काल में आपको सरकारी योजनाओं का लाभ क्यों नहीं मिला? इस पर विचार करें कि क्या आपने उस अवधि के दौरान कठिनाइयों का अनुभव किया था. ” पीएम मोदी ने कहा, “मैं मुस्लिम समाज से आग्रह करता हूं कि वे अपने बच्चों के भविष्य के बारे में सोचें, और अपने भविष्य के बारे में भी सोचें. मैं नहीं चाहता कि कोई भी समुदाय बंधुआ मजदूर की जिंदगी जिए क्योंकि कोई डर का माहौल पैदा कर रहा है.”

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