MP Politics: मध्य प्रदेश में लोकसभा चुनाव 2024 के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सभी अंचलों में रोड शो और 8 चुनावी सभाएं संबोधित कीं. लोकसभा चुनाव में प्रदेश में पीएम मोदी के कुल 10 कार्यक्रम हुए. वहीं प्रदेस के सीएम डॉ. मोहन यादव ने 29 लोकसभा क्षेत्रों में 197 सभाएं कीं. आचार संहिता लागू होने के पहले से ही भाजपा ने प्रबंधन से लेकर इलेक्शन कैंपेन में बढ़त बनाकर रखी.
बता दें कि भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, केंद्रीय मंत्री अमित शाह, राजनाथ सिंह सहित अन्य स्टार प्रचारक और पूर्व सीएम शिवराज सिंह ने लगभग सभी अंचलों में जमकर प्रचार किया. तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की तुलना में पहली बार के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने सबसे ज्यादा ताकत लगाई है. वहीं, कांग्रेस के प्रमुख स्टार प्रचारक राहुल गांधी ने सीधी, भिंड, रतलाम और खरगोन में 4 सभाएं संबोधित कीं जबकि प्रियंका गांधी मुरैना-दमोह और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने अपना कैंपेन केवल सतना तक ही सीमित रखा.
ये भी पढ़ेंः ‘जेल पहुंचने के बाद केजरीवाल ने अपना मानसिक संतुलन खो दिया’, AAP मुखिया पर शिवराज सिंह चौहान का करारा हमला
पीएम ने धार-खरगोन से पूरे अंचल को साधने का किया प्रयास
13 मई को मालवा-निमाड़ की 8 सीटों पर मतदान है. पीएम मोदी ने धार और खरगोन संसदीय सीट के जरिए पूरे अंचल को साधने का प्रयास किया. प्रदेश में उन्होंने 2019 के चुनाव से ज्यादा चुनावी सभाएं संबोधित कीं. केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने मध्य प्रदेश में 6 दिन का समय देकर 8 लोकसभा क्षेत्रों का दौरा किया. इस दौरान उन्होंने 4 क्षेत्रों में सभाएं, 4 रोड शो के अलावा क्लस्टर, बूथ व प्रबुद्धजन सम्मेलन को भी संबोधित किया.
पहले चरण की वोटिंग तक छिंदवाड़ा में रहे कमलनाथ
पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ शुरूआती दौर में अपने बेटे व छिंदवाड़ा सांसद नकुलनाथ के चुनाव में व्यस्त रहे. मतदान के बाद कमलनाथ होशंगाबाद और बैतूल प्रचार के लिए पहुंचे. वहीं, बसपा सुप्रीमो मायावती ने ग्वालियर अंचल में केवल एक सभा संबोधित की. राजगढ़ से कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने भी तीसरे चरण के मतदान बाद रतलाम-झाबुआ अंचल में सक्रियता दिखाई. जबकि पीसीसी अध्यक्ष जीतू पटवारी ने 62 सभाएं और 68 रैलियां की. जानकारी के अनुसार, दिग्विजय सिंह ने 70 सभाएं कीं.
CM सभी लोकसभा क्षेत्रों में पहुंचे
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने सर्वाधिक चुनावी दौरे किए. वह 29 संसदीय क्षेत्रों में चुनाव प्रचार के लिए पहुंचे. इस दौरान उन्होंने 185 से अधिक विधानसभाओं में 197 सभाएं कीं. 25 सीटों पर नामांकन पर्चे जमा कराने से लेकर 56 रोड शो भी किए. इसके अलावा मुख्यमंत्री मोहन यादव ने रात को लोकसभा सीटों पर स्थानीय नेताओं से मुलाकात की. सबसे पहले छिंदवाड़ा उसके बाद ग्वालियर फिर मालवा-निमाड़ की सीटों पर रात बिताई.