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TDP-JDU ही नहीं ये 17 निर्दलीय सांसद भी तय कर सकते हैं नई सरकार का भविष्य!

Pappu yadav

निर्दलीय सांसद

Election Results: 293 सीटों के साथ एनडीए को लोकसभा 2024 में बहुमत मिल गया है. मगर सरकार को लेकर सस्पेंस जारी है. हालांकि, पीएम मोदी के आवास पर एनडीए के घटक दलों के प्रतिनिधियों के बीच एक अहम बैठक हुई है, जिसमें पीएम मोदी को संसदीय दल का नेता चुना गया है. दूसरी ओर भाजपा को बहुमत नहीं आने की वजह से इंडिया गठबंधन भी सरकार बनाने की कोशिशों में जुटा है. इसी कड़ी में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के आवास पर इंडी ब्लॉक के नेताओं की बैठक भी हुई है. हालांकि, भाजपा ने दावा किया है कि एनडीए ही सरकार बनाएगा. मगर इसके लिए नीतीश कुमार और चंद्रबाबू नायडू की भूमिका अहम होगी. इन सभी कवायद के बीच अब उन 17 निर्दलीय सांसदों की चर्चा हो रही है, जिन्होंने इस चुनाव में जीत हासिल की है. आइये यहां जानते हैं कि आखिर कौन हैं ये निर्दलीय सांसद.

कौन हैं वो 17 सांसद?

इन 17 सांसदों में बिहार के पूर्णिया से जीतने वाले पप्पू यादव, यूपी के नगीना से जीतने वाले चंद्रशेखर आजाद, AIMIM के ओवैसी, पंजाब के फरीदकोट से जीतने वाले सरबजीत सिंह खालसा, खडूर साहिब से जीतने वाले अमृतपाल सिंह, दमन और दीव से जीतने वाले निर्दलीय पटेल उमेश भाई, सांगली से चुनाव जीतने वाले विशाल पाटिल, बारामूला से जीतने वाले इंजीनियर राशिद सहित कई और चेहरे शामिल हैं.

1- पप्पू यादव-निर्दलीय
2- ओवैसी-AIMIM
3- चंद्रशेखर आजाद आजाद- समाज पार्टी (कांशीराम)
4- सबरजीत सिंह खालसा-निर्दलीय
5- अमृतपाल सिंह-निर्दलीय
6-विशाल पाटिल-निर्दलीय
7- इंजीनियर राशिद-निर्दलीय
8- पटेल उमेशभाई-निर्दलीय
9- मोहम्मद हनीफा-निर्दलीय
10-रिकी एन्ड्रयू-पीपुल्स पार्टी
11-रिचर्ड वानलालहमंगइहा झोरम-पीपुल्स मुवमेंट
12-हरसिमरत कौर बादल-शिरोमणि अकाली दल
13-पेद्दीरेड्डी वेंकट मिधुन रेड्डी-YSRCP
14-अविनाश रेड्डी-YSRCP
15-थानुज रानी-YSRCP
16-गुरुमूर्ति मैडिला-YSRCP
17-जोयंता बसुमतारी-UPPL

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बता दें कि केंद्र में एनडीए की सरकार बनती दिख रही है. लेकिन बीजेपी की बहुमत से कम सीटें आने की वजह से इंडी ब्लॉक भी सरकार गठन की कोशिश में जुटा है. इन सभी निर्दलीय सांसदों पर अब इंडी गठबंधन की नजर है. अगर नीतीश कुमार और चंद्रबाबू नायडू एनडीए से नाता तोड़कर विपक्ष का साथ देते हैं तो इंडी ब्लॉक की सरकार बन भी सकती है, क्योंकि सारा खेल नंबरों का है. अभी के आंकड़ों को अगर देखें तो एनडीए के पास (293 सीटें) स्पष्ट बहुमत है.

वहीं इंडी गठबंधन की कुल 234 सीटें हैं. उसे 272 के आंकड़े तक पहुंचने के लिए 38 सांसदों की जरूरत होगी. नीतीश और नायडू के 28 सांसद हैं. ये अगर इंडिया गठबंधन से हाथ मिला लेते हैं तो उसका आंकड़ा 262 तक पहुंच जाएगा. उसे 10 और सांसदों की जरूरत होगी. ये 10 सांसद उन अन्य में से आ सकते हैं जो किसी भी गठबंधन का हिस्सा नहीं हैं. यानी की निर्दलीय. इसमें पप्पू यादव, ओवैसी, चंद्रशेखर आजाद का प्रमुख नाम है.

पप्पू यादव

पप्पू यादव ने चुनाव से ठीक पहले अपनी पार्टी का कांग्रेस में इसलिए विलय किया था ताकि उन्हें पूर्णिया सीट से टिकट दिया जाए. ये सीट बाद में आरजेडी के खाते में गई. उसके बाद पप्पू यादव ने निर्दलीय चुनाव लड़ा और बड़ी जीत हासिल की. पप्पू यादव के सामने अपनी साख बचाने की चुनौती थी. उनके सामने खड़े थे जेडीयू के संतोष कुशवाहा और आरजेडी के बीमा भारती. पप्पू ने दोनों को हरा दिया है. पूर्णिया सीट से पप्पू यादव 23,847 वोट से जीत हासिल की है. ध्यान रहे ये वही पप्पू यादव हैं जिन्हें हराने के लिए तेजस्वी यादव ने पूर्णिया में कहा था कि अगर आप बीमा भारती को नहीं चुनते हैं तो एनडीए को वोट दे दीजिए पर किसी पप्पू यादव को वोट मत दीजिएगा.

असदुद्दीन ओवैसी

असदुद्दीन ओवैसी ने इस बार भी अपनी हैदराबाद सीट बरकरार रखी है. वह 3 लाख 38 हजार से ज्यादा वोटों के रिकॉर्ड अंतर से चुनाव जीत गए. असदुद्दीन ओवैसी ने भाजपा उम्मीदवार माधवी लता को हराकर लगातार पांचवीं बार जीत दर्ज की.

चंद्रशेखर आजाद (रावण)

आजाद समाज पार्टी (कांशीराम) के उम्मीदवार चंद्रशेखर ने नगीना सीट पर जितनी बड़ी जीत दर्ज की है उस वजह से परेशानी की घंटी मायावती के लिए बज उठी है. यूपी में दलित वोट बैंक पर अपना अधिकार जमाए रखने वाली बसपा को अब समझ में आ रहा है कि यह वोट बैंक धीरे-धीरे अब किधर खिसक रहा है.

अमृतपाल सिंह

कट्टरपंथी अमृतपाल सिंह ने पंजाब की खडूर साहिब लोकसभा सीट पर कांग्रेस उम्मीदवार कुलबीर सिंह जीरा को 1.97 लाख मतों के अंतर से हरा दिया है. अमृतपाल सिंह ने बतौर निर्दलीय चुनाव में किस्मत आजमाई थी. ‘वारिस पंजाब दे’ संगठन का प्रमुख अमृतपाल वर्तमान में राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम के तहत असम की डिब्रूगढ़ जेल में निरुद्ध है.

सरबजीत सिंह खालसा

फरीदकोट की जनता ने बतौर आजाद उम्मीदवार मैदान में कूदे प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के हत्यारे बेअंत सिंह के बेटे भाई सरबजीत सिंह खालसा को अपार समर्थन दिया और उन्हें संसद में भेजा. खालसा अपने निकटतम प्रत्याशी आम आदमी पार्टी के कर्मजीत सिंह अनमोल से 70246 मतों से विजयी रहे. यहां पर कांग्रेस की अमरजीत कौर साहोके तीसरे, अकाली दल के राजविंदर सिंह धर्मकोट चौथे और भाजपा के हंसराज हंस पांचवें स्थान पर रहे.

हरसिमरत कौर

शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल की पत्नी हरसिमरत कौर बादल ने भी जीत हासिल की. वो लगातार चौथी बार इस लोकसभा सीट से सांसद चुनी गई हैं. हरसिमरत कौर बादल ने आम आदमी पार्टी के गुरमीत सिंह खुड्डियां को 49,656 मतों से हराकर इस सीट पर फिर से कब्जा जमाया है.

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