चुनाव आयोग से सीपीआई-एम ने की शिकायत
सीपीआई-एम के तमिलनाडु के सचिव के. बालाकृष्णन ने मुख्य चुनाव आयुक्त को पत्र लिखते हुए मांग की है कि पीएम ध्यान लगाना चाहते हैं तो ये उनकी निजी पसंद है लेकिन मीडिया द्वारा इसका प्रसारण करना पीएम मोदी और बीजेपी के लिए प्रचार की सामग्री बन जाएगी. सीपीआई-एम नेता ने कहा कि पीएम मोदी का चुनाव के दिन तक सुर्खियों में बने रहना आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन है.
ये भी पढ़ें: चुनाव प्रचार के बाद PM मोदी का कन्याकुमारी दौरा, विवेकानन्द रॉक मेमोरियल में लगाएंगे ध्यान, जानें पूरा शेड्यूल
बता दें कि इसके पहले 2019 में पीएम मोदी आखिरी चरण के मतदान के लिए प्रचार समाप्त होने के बाद केदारनाथ पहुंचे थे जहां उन्होंने दो दिनों तक गुफा में ध्यान लगाया था. उस वक्त भी इसको लेकर सियासी घमासान छिड़ गया था और विपक्ष ने इस पर सवाल उठाते हुए इसे पीएम मोदी का चुनावी हथकंडा बताया था.
डीएमके ने भी उठाए सवाल
बता दें कि पीएम मोदी के आज से कन्याकुमारी के विवेकानंद रॉक मेमोरियल पर 45 घंटे के प्रवास को देखते हुए सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए गए हैं. इस दौरान पीएम मोदी यहां ध्यान लगाएंगे. वहीं तमिलनाडु में सत्तारूढ़ डीएमके ने प्रधानमंत्री के आध्यात्मिक प्रवास की अनुमति देने के खिलाफ जिलाधिकारी के समक्ष याचिका दायर की. इसमें उन्होंने चुनाव आचार संहिता लागू होने और पर्यटन सीजन का हवाला दिया है. डीएमके ने कहा कि पर्यटन सीजन में घरेलू और विदेशी पर्यटक बड़ी संख्या में आएंगे.