Lok Sabha Election 2024: देश में लोकसभा चुनाव का दौर जारी है. इस बीच सभी दल प्रचार में जुटे हुए हैं. सभी दल एक-दूसरे पर परिवारवाद का आरोप लगा रहे हैं. वहीं कुछ ऐसे परिवार भी है, जहां एक ही परिवार के लोग अलग-अलग दल से जुड़े हैं. इसमे एक नाम पूर्व वित्त मंत्री यशवंत सिन्हा के परिवार का भी है. बता दें कि खुद यशवंत सिन्हा का तृणमूल कांग्रेस से जुड़े रहे हैं, जबकि उनके बेटे जयंत सिन्हा भारतीय जनता पार्टी के बड़े नेता माने जाते हैं. अब जानकारी मिल रही है कि जयंत सिन्हा के बेटे आशिर सिन्हा को झारखंड में कांग्रेस के मंच पर देखा गया है. हालांकि, इस मामले पर सियासत गरमाई तो कांग्रेस की तरफ से भी सफाई आ गई है.
जयंत की जगह मनीष को मिला टिकट
दरअसल, 13 मई को झारखंड के हजारीबाग के में ‘INDIA’ ब्लॉक की एक रैली आयोजित की गई थी. रैली में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे से लेकर जेल में बंद झारखंड मुक्ति मोर्चा नेता हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन भी शामिल हुई. इसी रैली के मंच पर हजारीबाग से मौजूदा BJP सांसद जयंत सिन्हा के बेटे आशिर सिन्हा को देखा गया है. ऐसे में झारखंड की सियासत भी गरमा गई और अटकलों का दौर जारी हो गया. बता दें कि हजारीबाग सीट BJP का गढ़ माना जाता है और इस बार पार्टी ने इस सीट से जयंत सिन्हा की जगह मनीष जायसवाल को मैदान में उतारा है. मनीष जायसवाल हजारीबाग सदर सीट से दूसरी बार के विधायक चुने गए हैं.
जयंत सिन्हा ने भी प्रचार से बनाई दूरी
वहीं मनीष जायसवाल को BJP से टिकट मिलने के बाद से हजारीबाग से मौजूदा सांसद और BJP नेता जयंत सिन्हा ने चुनाव प्रचार से दूरी बना ली है. हालांकि, मार्च में जब पार्टी की ओर से मनीष जायसवाल को उम्मीदवार घोषित किया गया था, तब वह जयंत सिन्हा से मिलने पहुंचे थे. इस बात की जानकारी जयंत सिन्हा ने दी थी. उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘X’पर पोस्ट में लिखा था कि हजारीबाग लोकसभा से BJP प्रत्याशी मनीष जायसवाल ने आज भेंट की. उन्हें चुनाव के लिए हार्दिक शुभकामनाएं देता हूं. हम ‘कमल’ को रिकॉर्ड मार्जिन से जिताएंगे. इतना ही नहीं, उन्होंने टिकट की घोषणा से ऐन पहले ही चुनावी राजनीति को अलविदा करने का खुद ऐलान किया था.
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यशवंत सिन्हा की BJP से बढ़ी नाराजगी
जानकारी के मुताबिक जयंत सिन्हा के राजनीति से दूरी बनाने के बाद से पिता यशवंत सिन्हा की BJP से नाराजगी बढ़ गई है. उन्होंने BJP को हराने के लिए ‘INDIA’ ब्लॉक के उम्मीदवार जेपी पटेल को समर्थन देने का ऐलान किया. राजनीतिक जानकारों की मानें तो हजारीबाग सीट पर यशवंत सिन्हा का समर्थन या विरोध किसी भी उम्मीदवार के लिए मायने रखता है. इस बीच, जयंत के बेटे आशिर की ‘INDIA’ ब्लॉक की रैली में मौजूदगी ने नाराजगी की चर्चाओं को बल दे दिया. हालांकि, झारखंड कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर का कहना है कि रैली में यशवंत सिन्हा को आमंत्रित किया गया था, लेकिन खराब स्वास्थ्य के चलते उन्होंने अपने पोते को भेजा था. उन्होंने स्पष्ट किया कि आशिर की उपस्थिति का मतलब यह नहीं है कि वह कांग्रेस में शामिल हो गए हैं.