Everest Girl: ऐसा भी होता है जब किसी पर्वतारोही के माउंट एवरेस्ट पर विजय के सफर को बयां करने वाली किताब दुनिया की सबसे ऊंची चोटी माउंट एवरेस्ट पहुंच जाए. यह किताब है ‘एवरेस्ट गर्ल’, जो माउंट एवरेस्ट पर विजय करने वाली मध्य प्रदेश की पहली महिला पर्वतारोही मेघा परमार की जर्नी पर आधारित है. इस किताब के लेखक ब्रजेश राजपूत हैं. पर्वतारोही शेरपा नीमा नूरू ने एवरेस्ट पर न सिर्फ चढ़ाई की, बल्कि वहां पहुंचकर ‘एवरेस्ट गर्ल’ बुक के साथ तस्वीरें भी लीं. अब उनका वीडियो सामने आया है.
माउंट एवरेस्ट पहुंचीं ‘एवरेस्ट गर्ल’ किताब
पर्वतारोही शेरपा नीमा नूरू अपनी चीन की महिला पर्वतारोही के साथ 18 मई को एवरेस्ट की चोटी पर पहुंचे. नीमा नुरू अपने साथ लेखक ब्रजेश राजपूत की लिखी हुई किताब ‘एवरेस्ट गर्ल’ भी ले गए थे. दुनिया की सबसे ऊंची चोटी एवरेस्ट पर पहुंचते ही उन्होंने अपनी जैकेट की चेन खोलकर किताब निकाली और 160 प्रति घंटा की रफ्तार से चलने वाली तेज ठंडी हवाओं के बीच तस्वीरें लीं.
‘एवरेस्ट गर्ल’ बुक में शेरपा नीमा नूरू का जिक्र
पर्वतारोही शेरपा नीमा नूरू 22 मई 2019 को मेघा परमार को भी अपने साथ एवरेस्ट की चोटी पर लेकर गए थे इसलिए एवरेस्ट गर्ल किताब में उनके फोटो और उनके काम का कई बार जिक्र आता है. ये किताब जब नीमा ने मेघा को पहुंचाई तो उन्होंने प्रण लिया था कि इसे दुनिया की सबसे ऊंची चोटी तक ले जाएंगे. मेघा का कहना है ये तस्वीर देखकर ऐसा लगा जैसे वो दोबारा फिर एवरेस्ट पर अपने शेरपा के साथ खड़ीं है.
विश्व पुस्तक मेले में थी बुक
मेघा की एवरेस्ट फतह की सच्ची कहानी पर लिखी किताब ‘एवरेस्ट गर्ल’ पिछले साल विश्व पुस्तक मेले में आई थी. बता दें कि लेखक ब्रजेश राजपूत ‘ऑफ द स्क्रीन’, ‘वो 17 दिन’ और ‘कैसे जीता BJP ने MP’ किताबें भी लिख चुके हैं.
