MPPSC NEWS: मध्य प्रदेश सिविल सर्विस परीक्षा (MPPSC) 2019-2020 में चयनित छात्रों को भोपाल के रविंद्र भवन में मुख्यमंत्री मोहन यादव ने नियुक्ति पत्र वितरित किया. सीएम मोहन यादव ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम की शुरुआत की. वहीं मुख्यमंत्री ने चयनित छात्रों से संवाद भी किया, जिसमें उन्होंने चयनित अभ्यर्थियों को कुशल प्रशासन के मंत्र भी सिखाए.
कुल 686 चयनित अभ्यर्थियों को मिला नियुक्ति पत्र
आपको बता दें कि साल 2019 और 2020 के MP PSC में चयनित कुल 686 अभ्यर्थियों में से 187 अनारक्षित, 157 अन्य पिछड़ा वर्ग, 110 अनुसूचित जाति, 150 अनुसूचित जनजाति और 82 आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के अभ्यर्थियों को गुरुवार को भोपाल के रविंद्र भवन में नियुक्ति पत्र बांटे गए.
5 साल के इंतजार के बाद मिली खुशियां
दरअसल, जिन अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र बांटे गए उन्होंने 5 सालों का लंबा इंतजार किया है. साल 2019 और 2020 में चयनित अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र बांटे गए हैं. इन्होंने अपनी नियुक्ति के लिए सड़क से लेकर कोर्ट तक संघर्ष किया है. इन अभ्यर्थियों ने बताया कि पांच सालों का इंतजार बहुत कष्टदायक था, लेकिन उनका धैर्य और संघर्ष आखिर में सफल हुआ. सभी चयनित अभ्यर्थियों में बेहद खुशी और आत्मसंतुष्टि का भाव दिखाई दिया.
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जनसमस्या को सुलझाने के लिए सीएम ने दिए टिप्स
चयनित अभ्यर्थियों से संवाद करते हुए मुख्यमंत्री मोहन यादव ने शासन प्रशासन से जुड़े कई सवालों के जवाब भी दिए. “जनसमस्या को सही तरीके से सुलझाने के लिए किन चीज़ों का ध्यान रखना जरूरी है ?” इस सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि कुशल प्रशासन के लिए तीन चीज़ें बेहद अहम हैं: साफ नीयत, विभाग के दायरे से बाहर जा कर भी बड़े काम करने को तैयार और अहंकार से दूरी. मुख्यमंत्री ने चयनित छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि ये नियुक्ति पत्र नहीं विश्वास पत्र है और उन्हें विश्वास है कि सभी नियुक्त अधिकारी मध्यप्रदेश को देश का सबसे बेहतर प्रदेश की दिशा में काम करेंगे.