MP News: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने एक बड़ा फैसला लेते हुए धार्मिक न्यास और धर्मस्व विभाग का डायरेक्ट्रेट बदलकर अपने गृह जिले उज्जैन शिफ्ट करने का फैसला किया है. इसे लेकर एक नोटशीट विभाग को भेजी गई है. विभाग के मंत्री धर्मेंद्र सिंह लोधी को इस संबध में प्रस्ताव भेज दिया गया है.
सिंहस्थ के चलते लिया गया फैसला
माना जा रहा है कि सीएम के इस निर्णय के पीछे का कारण सिंहस्थ है. दरअसल हर 12 साल में उज्जैन में सिंहस्थ का आयोजन किया जाता है और इस आयोजन को लेकर धार्मिक न्यास और धर्मस्व विभाग की बड़ी भूमिका रहती है. जिसको देखते हुए सीएम मोहन यादव ने इस विभाग को उज्जैन शिफ्ट किया गया है.
उज्जैन में बैठेंगे विभागीय अधिकारी- कर्मचारी
धार्मिक न्यास और धर्मस्व विभाग का मुख्यालय शिफ्ट होने के बाद सारा विभाग और कर्मचारी उज्जैन में ही बैठेंगे. हालांकि प्रमुख सचिव और अन्य कर्मचारी और स्टाफ भोपाल से ही काम करेगा.
शिफ्टिंग की तैयारी की जा रही
सीएम के फैसले के बाद धर्मस्व विभाग और धार्मिक न्यास विभाग को जल्द से जल्द उज्जैन शिफ्ट करने की तैयारी की जा रही है. विभाग के प्रमुख सचिव ने जानकारी देते हुए बताया की सरकार की मंशा के अनुसार, डिपार्टमेंट को शिफ्ट करने की तैयारी की जा रही है. जल्द ही विभाग के कामों को उज्जैन से संचालित किया जाने लगेगा.
मध्य प्रदेश तीर्थ स्थान और मेला प्राधिकरण को भी शिफ्ट करने की तैयारी
मध्य प्रदेश तीर्थ स्थान और मेला प्राधिकरण को भी जल्द बाबा महाकाल की नगरी उज्जैन में शिफ्ट करने पर भी विचार किया जा रहा है. जानकारी के अनुसार, मध्य प्रदेश तीर्थ स्थान और मेला प्राधिकरण को भी जल्द उज्जैन ही शिफ्ट कर दिया जाएगा. विभाग के प्रमुख सचिव ने जानकारी देते हुए बताया कि अगर इसे लेकर भी सहमति बन जाती है तो धर्मस्व विभाग के साथ साथ मध्य प्रदेश तीर्थ स्थान और मेला प्राधिकरण को भी स्थांतरित कर दिया जाएगा. माना जा रहा है कि उज्जैन में होने वाले सिंहस्थ को लेकर सीएम चाहते है कि दोनों विभाग उज्जैन से संचालित किए जाएं ताकि उज्जैन में होने वाले सिंहस्थ को लेकर तेजी से फैसले कर उनका क्रियान्वन किया जा सकें.
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