Madhya Pradesh News: मध्य प्रदेश के उज्जैन जिले के ग्राम रत्नाखेड़ी स्थित कपिल गोशाला को जनसहयोग से आदर्श गोशाला बनाया जा रहा है. बता दें कि कपिला गोशाला पहली गोशाला होगी जो आने वाले समय में पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित की जाएगी. इस गोशाला में 2500 गोवंश का पालन-पोषण हो सकेगा. कपिला गोशाला के संवर्धन की परियोजना के तहत गोशाला में चार शेड (24-60m) बनाए जाएंगे, जिसमें प्रत्येक शेड की अनुमानित क्षमता 600 गोवंश की होगी.
पशुओं को त्वरित उपचार के लिए यहां अलग से शेड निर्माण कर औषधालय की व्यवस्था की जा रही है. वहीं पशु आहार के लिए भूसा भंडारण शेड (15-48m) भी बनाया जा रहा हैं. गोसेवा शाला, बायोगैस संयंत्र, प्रशासनिक कार्यालय भवन, प्रयोगशाला, डेयरी और आगंतुकों के लिए पार्किंग और उद्यान क्षेत्र भी गौशाला में विकसित किया जाएगा.
वहीं, सुरक्षा के लिए वॉच टावर से गोशाला की निगरानी की जाएगी. गोवंश को प्राकृतिक वातावरण उपलब्ध कराने के लिए गोशाला को हरियाली से आच्छादित किया जाएगा. इसके साथ ही अतिरिक्त भूमि में गोवंश के लिए चरी बुवाई कर चारे की व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी.
गोबर से बनाए जाएंगे कलर पेंट
राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन के अंतर्गत गोबर से कलर पेंट, गमले, गो-काष्ठ, गोबर कलाकृति बनाए जा रहे गो-उत्पादों को प्रोत्साहन मिलेगा. गौशाला में सीएसआर के माध्यम से 14 लाख की मिक्सर मशीन, 10 लाख की लोडर ट्रैक्टर, 1 लाख की RO फिल्टर प्लांट की व्यवस्था की जा रही है. वहीं गौशाला में ट्रैक्टर सूपा, ट्रैक्टर ट्रॉली, पानी के टैंकर की व्यवस्था भी की गई है.