Madhya Pradesh News: राष्ट्रीय स्वयंसवेक संघ यानी आरएसएस ने प्रशिक्षण की नई नीति के तहत मध्य भारत प्रांत में शिविर लगना शुरू कर दिया. संघ की व्यवस्था के तहत मध्यभारत प्रांत के युवा व्यवसायी कार्यकर्ताओं और महाविद्यालयीन विद्यार्थी कार्यकर्ताओं के लिए संघ शिक्षा वर्ग का आयोजन इटारसी और राजगढ़ में किया जा रहा है. दोनों ही स्थानों पर संघ शिक्षा वर्ग 18 मई से प्रारंभ हुए हैं, जिनका औपचारिक उद्घाटन 19 मई को किया गया. इटारसी के संघ शिक्षा वर्ग का उद्घाटन वर्गाधिकारी घनश्याम रघुवंशी, वर्ग कार्यवाह कदम सिंह मीणा और प्रांत कार्यवाह हेमंत सेठिया ने किया.
वहीं, राजगढ़ के वर्ग का उद्घाटन वर्गाधिकारी सुनील पाठक, वर्ग कार्यवाह राघवेन्द्र त्रिपाठी और वर्ग पालक विक्रम सिंह ने किया. संघ शिक्षा वर्ग में शामिल शिक्षार्थियों को शारीरिक, बौद्धिक, योग, सेवा, प्रबंधन और संघ कार्य का प्रशिक्षण दिया जाएगा. संघ का कार्य व्यक्ति निर्माण का कार्य है. 15 दिन के इस वर्ग में युवा कठोर अनुशासित दिनचर्या का पालन करते हुए अपने व्यक्तित्व को मजबूत करेंगे.
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31 जिलों के कुल 656 स्वयंसेवक ले रहे हैं प्रशिक्षण
संघ की रचना के 31 जिलों के कुल 656 स्वयंसेवक दोनों स्थानों पर आयोजित संघ शिक्षा वर्गों में प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं. इनमें इटारसी में 324 स्वयंसेवक शामिल हुए हैं और राजगढ़ में 332 स्वयंसेवकों ने हिस्सा लिया है. उल्लेखनीय है कि जिन स्वयंसेवकों ने पूर्व में 7 दिन का प्राथमिक वर्ग का प्रशिक्षण प्राप्त किया होता है और वे संघ के कार्य में सक्रिय रहते हैं, उनमें से ही चयनित कार्यकर्ताओं को संघ शिक्षा वर्ग में भेजा जाता है.
“हर साल प्रशिक्षण शिविर का आयोजन”
इटारसी के धुरपन ग्राम में स्थित सेवा भारती के छात्रावास में आयोजित संघ शिक्षा वर्ग के उद्घाटन में वर्गाधिकारी घनश्याम रघुवंशी ने कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की ओर से प्रतिवर्ष अपने कार्यकर्ताओं के प्रशिक्षण के लिए संघ शिक्षा वर्ग का आयोजन किया जाता है. संघ शिक्षा वर्ग में हमें मन की साधना, स्व-अनुशासन, त्यागपूर्ण जीवन, सामूहिक जीवन के सामंजस्य को सीखते हुए विविध प्रकार का प्रशिक्षण प्राप्त करना है. यहां हमें सामूहिक जीवन को व्यापक संदर्भ में समझने का अवसर मिलता है. उन्होंने कहा कि वर्ग में हमें स्वयं के लिए कठोर अनुशासन का पालन करना है और अपनी सुविधा से पहले सह-शिक्षार्थियों की सुविधा का ध्यान रखना है.
“संघ शिक्षा वर्ग एक साधना है”
राजगढ़ में आयोजित संघ शिक्षा वर्ग के उद्घाटन में वर्ग कार्यवाह राघवेन्द्र त्रिपाठी ने कहा कि संघ शिक्षा वर्ग एक साधना है. मन:पूर्वक यह साधना पूर्ण करने से कार्यकर्ता का विकास होता है और उसके भीतर संगठन कार्य का कौशल बढ़ता है. उन्होंने बताया कि संघ शिक्षा वर्ग में शामिल हुए युवा संघ कार्य का प्रशिक्षण तो प्राप्त करेंगे ही, इसके साथ ही उन्हें शारीरिक, बौद्धिक प्रशिक्षण भी दिया जाता है। सेवा और प्रबंधन के कार्य का प्रशिक्षण भी विशेषतौर से दिया जाता है. उल्लेखनीय है कि संघ के स्वयंसेवक देशभर में डेढ़ लाख से अधिक सेवा कार्यों का संचालन करते हैं. आपात स्थिति में राहत कार्यों में भी संघ के स्वयंसेवक आगे आकर कार्य करते हैं.