Madhya Pradesh Tableau: 75वें गणतंत्र दिवस मौके पर कर्तव्य पथ पर कई राज्यों की झांकी निकलती हैं. ये गौरव का क्षण होता है. जब देश के सामने राज्य अपनी झांकियों के जरिए वहां की विशेषता दिखाने की कोशिश करते हैं. इस बार आत्मनिर्भर नारी थीम पर झांकी बनाई गईं. जिसकी छटा हर राज्य की झांकी में देखने को मिली. ऐसे में मध्यप्रदेश कैसे पीछे रह सकता था. इसलिए विकास का मूल मंत्र-आत्मनिर्भर नारी पर केंद्रित मध्यप्रदेश की झांकी दिल्ली में गणतंत्र दिवस के मौके पर कर्तव्य पथ पर शोभा बढ़ाती नजर आई.
गणतंत्र दिवस के अवसर में नई दिल्ली के कर्तव्यपथ पर मध्यप्रदेश का गौरव बढ़ाती "आत्मनिर्भर नारी, विकास का मूल मंत्र" पर आधारित मध्य प्रदेश की मनोरम झांकी।
मध्यप्रदेश का प्रतिनिधित्व करते हुए 'विंध्य की बेटी' रीवा की रहने वाली भारत की प्रथम महिला फाइटर पायलट सुश्री अवनि चतुर्वेदी… pic.twitter.com/T8YXFOjGrU
— Rajendra Shukla (Modi Ka Parivar) (@rshuklabjp) January 26, 2024
झांकी में दिखी कला, संस्कृति और समृद्धि
झांकी में प्रदेश की समृद्धि, संस्कृति और महिला सशक्तीकरण का प्रदर्शन किया गया. जैसे ही झांकी मंच पर आई, लोग देखते ही रह गए. बेहद खूबसूरती, सौम्यता और सरलता के साथ झांकी को तैयार किया गया, जिसमें प्रदेश की कला और संस्कृति का मनमोहक वैभव संगम आकर्षण का केंद्र रहा. प्रदेश की झांकी आत्मनिर्भर और प्रतिशील नारीशक्ति पर केंद्रित रही. इसलिए झांकी के अग्रभाग में भारतीय वायुसेना की प्रथम महिला फाइटर पायलट और प्रदेश की बेटी रीवा जिले की अवनी चतुर्वेदी का प्रतिरूप मिग बाइसन लड़ाकू विमान के साथ दिखाया गया.
75वें #गणतंत्र_दिवस के अवसर पर दिल्ली के कर्तव्य पथ पर मध्यप्रदेश का गौरव बढ़ाती "आत्मनिर्भर नारी-विकास का मूल मंत्र" पर केंद्रित मनमोहक झांकी की देखिए झलक।
मध्यप्रदेश की बेटियों पर पूरे देश को नाज है….@PMOIndia @DrMohanYadav51 @CMMadhyaPradesh pic.twitter.com/kLj39tyXML
— Jansampark MP (@JansamparkMP) January 26, 2024
वायुसेना की उड़ान के साथ खेल-खलिहान भी दिखा
झांकी में भारतीय वायुसेना की प्रथम महिला फाइटर पायलट अवनी चतुर्वेदी के प्रतिरूप को मिग बाइसन लड़ाकू विमान के साथ टॉप पर प्रदर्शित किया गया, वहीं अग्रभाग के निचले हिस्से में गोंड चित्रकारी की गई थी. सामने की पंक्ति में चंदेरी के बादल महल के गेट की डिजाइन पर महिला चंदेरी, महेश्वरी और बाघ प्रिंट साड़ियों का क्रय-विक्रय करती नजर आईं. फिर कैमरा जूम हुआ, तो मध्य भाग में पद्मश्री से सम्मानित दुर्गाबाई की गोंड भित्ति चित्रकारी और साथ में स्टोन कार्विंग करते हुए महिला कलाकार नजर आईं. इसके अलावा झांकी में बाजरा रानी लहरी बाई की उपलब्धियों को भी प्रदर्शित किया गया, जिसमें महिलाओं ने मालवी लोक संगीत की धुन पर प्रदर्शन किया.
🇮🇳75वें #गणतंत्र_दिवस के पावन अवसर पर नई दिल्ली के कर्तव्य पथ पर मध्यप्रदेश की झांकी।
"आत्मनिर्भर नारी-विकास का मूल मंत्र" थीम पर केंद्रित मनमोहक झांकी में नई ऊंचाइयां छूते हुए, विश्व में मध्यप्रदेश और देश का गौरव बढ़ाने वाली बेटियों की उपलब्धि को प्रदर्शित किया गया है।… pic.twitter.com/xUg4BELChf
— Chief Minister, MP (@CMMadhyaPradesh) January 26, 2024
चार साल बाद राजपथ पर मध्यप्रदेश की झांकी
बता दें कि 4 साल बाद कर्तव्य पथ पर मध्यप्रदेश की झांकी नजर आई है. इससे पहले 2019 में मध्यप्रदेश की झांकी निकली थी. साल 2023 में मध्यप्रदेश द्वारा महाकाल लोक की झांकी का प्रस्ताव चयन समिति को भेजा था. लेकिन झांकी शामिल करने से इनकार कर दिया गया था. वहीं साल 2022 में भी आदिवासियों की आत्मनिर्भरता की थीम का प्रस्ताव भेजा गया था .उसे भी अस्वीकार कर दिया गया था. फिर साल 2021 में आत्म निर्भर मध्यप्रदेश की थीम भेजी गई. इस पर भी केंद्र सरकार की तरफ से झांकी शामिल करने से मना कर दिया गया. आखिरकार चार साल बाद इन झांकियों में मध्यप्रदेश को जगह मिली है. मध्यप्रदेश की झांकी आत्मनिर्भर महिलाओं की थीम पर आधारित रही.