CM Mohan Yadav: हरियाणा में बीजेपी की जीत के बाद सीएम पद को लेकर चर्चा तेज हो गई है. पार्टी के शीर्ष नेतृत्व ने विधायक दल का नेता चुनने के लिए गृह मंत्री अमित शाह और मध्य प्रदेश के सीएम मोहन यादव को पर्यवेक्षक नियुक्त किया है. मोहन यादव के पर्यवेक्षक नियुक्त होने के बाद इस बात की भी चर्चा शुरु हो गई है कि क्या वे खट्टर का नाम पुकारेंगे? इस बात की चर्चा क्यों हो रही आइए जानते हैं.
दरअसल, मध्य प्रदेश के विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने प्रचंड जीत हासिल की थी. जीत के बाद विधायक दल का नेता चुनने के लिए पार्टी ने 3 नेताओं को पर्यवेक्षक नियुक्त किया था, जिसमें ओबीसी मोर्चा के प्रमुख लक्ष्मण, राष्ट्रीय सचिव आशा लकड़ा के साथ हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर भी शामिल थे.
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खट्टर ने निकाली थी मोहन यादव के नाम की पर्ची
खट्टर ने मोहन यादव के नाम की पर्ची निकाली थी. अब इस बार पर्ची निकालने की बारी मोहन यादव की है. पार्टी ने उन्हें पर्यवेक्षक बनाकर क्या संदेश दिया है? क्या मोहन यादव खट्टर का नाम पुकारेंगे? इस बात को लेकर सियासी गलियरों में चर्चा तेज हो गई है.
हरियाणा में लगातार तीसरी बार बीजेपी सरकार
बीजेपी ने हरियाणा चुनाव 2024 में जीत की हैट्रिक लगाई है. यहां बीजेपी ने तीसरी बार जीत दर्ज एक रिकॉर्ड बनाया है. इस बार के चुनाव में बीजेपी को कुल 48 सीटों पर जीत मिली है. वहीं कांग्रेस के खाते में केवल 37 सीटें ही आई हैं. इस बार के चुनाव में दोनों पार्टियों की सीटों का इजाफा हुआ है. पिछली बार की तुलना में कांग्रेस ने 6 और बीजेपी ने 8 सीटें अधिक जीती हैं.
चुनावी अभियान में उतरे थे मोहन यादव
बता दें कि हरियाणा विधानसभा चुनाव एमपी के सीएम मोहन यादव ने जमकर प्रचार किया था. उन्होंने वहां कुल 5 विधानसभा सीटों पर प्रचार किया था जिसमें से 4 सीटों पर बीजेपी ने जीत दर्ज की है. मोहन यादव ने दादरी, भिवानी, तोशाम, बवानी खेड़ा और झज्जर में चुनाव प्रचार के दौरान जनसभाएं और कई रोड शो किए थे. हरियाणा में सीएम मोहन यादव की मेहनत रंग लाई. बीजेपी की जीत के बाद वह काफी खुश नजर आए थे. अब बीजेपी ने उन्हें पार्टी का पर्यवेक्षक बनाकर विधायक दल का नेता चुनने के लिए भेज रही है.