MP News: कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी लगातार लोकसभा चुनाव के पहले किसानों के मुद्दों को उठा रहे हैं. उन्होंने बुधवार को मुख्यमंत्री के नाम एक पत्र लिखा है, जिसकी प्रतिलिपि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम भी भेजी है. इस पत्र में उन्होंने बीजेपी सरकार की ‘मोदी की गारंटी’ और प्रदेश सरकार के वचन पत्र का जिक्र किया है. उन्होंने पत्र में सीएम मोहन यादव की तारीफ करते हुए तंज भी कसा है. पटवारी ने कहा कि यह अच्छी बात है कि गेंहू खरीदारी के लिए आपकी सरकार ने पूरी तैयार कर ली है. मगर आप लोग यह बात भूल गए हैं कि गेंहू का समर्थन मूल्य 2700 रूपये तय किया था. आप (सीएम मोहन यादव) मोदी की गारंटी को याद नहीं रख रहे हैं.
क्या लिखा है पत्र में
जीतू पटवारी ने पत्र सीएम मोहन यादव के नाम पत्र में लिखा कि मध्य प्रदेश सरकार ने समर्थन मूल्य पर गेहूं खरीदी की तैयारी शुरू कर दी है. गेहूं के लिए 5 फरवरी से पंजीयन शुरू होंगे, जो कि 1 मार्च तक चलेंगे. उन्होंने मुख्यमंत्री को लिखा है कि आपके द्वारा की गई सभी तैयारियों के लिए मैं इसलिए बधाई देता हूं क्योंकि आपने किसानों की परेशानियों को समझते हुए इस बार व्यापक व्यवस्थाएं की हैं.
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उन्होंने लिखा है, “लेकिन, मुझे आश्चर्य भी हो रहा है कि इतनी तमाम तैयारियों के बीच सरकार कैसे भूल गई है कि इस साल से गेहूं का समर्थन मूल्य 2700 रुपए प्रति क्विंटल देना है.” पटवारी ने लिखा, “मोदी की गारंटी” और भाजपा के चुनावी घोषणा पत्र में गेहूं का समर्थन मूल्य 2700 रुपए प्रति क्विंटल ही निर्धारित किया गया था.
जीतू पटवारी ने आगे लिखा कि पिछले विधानसभा चुनाव के दौरान बीजेपी के छोटे से लेकर बड़े नेताओं ने गांव-गांव जाकर किसानों को इस बात का विश्वास दिलाया था कि सरकार बनने के बाद किसानों की सुविधाओं और अधिकारों का पूरा ध्यान रखा जाएगा. भाजपा की “डबल इंजन” सरकार पर विश्वास करने वाला किसान अब यह जानने के लिए बहुत उत्सुक है कि घोषित समर्थन मूल्य का निर्देश कब जारी होगा?
वादाखिलाफी का आरोप लगाया
जीतू पटवारी ने बीजेपी पर वादाखिलाफी का आरोप भी लगाया. उन्होंने तंज कसते हुए लिखा , “कहीं ऐसा तो नहीं कि आपकी सरकार धान की तरह अब गेहूं उत्पादक किसानों के साथ भी वादाखिलाफी की नीयत बना चुकी है. क्योंकि मैंने गेहूं की तरह धान की खेती करने वाले किसानों से जुड़े सवालों पर भी आपकी सरकार का ध्यान आकृष्ट किया था. यह भी बताया था कि धान की खरीदी 19 जनवरी से बंद हो गई. किसान इंतजार करते रहे, लेकिन आपकी सरकार ने रूपये 3100 प्रति क्विंटल का समर्थन मूल्य नहीं दिया गया. जबकि बीजेपी ने चुनावी घोषणा पत्र में भी किसानों की इस मांग को “मोदी की गारंटी” का नाम दिया था. उसके बाद भी आपने किसानों का भरोसा तोड़ा है.”
जीतू पटवारी ने लिखा कि मैं यह उम्मीद भी करता हूं आपकी सरकार गेहूं उत्पादक किसानों को इस बात के लिए आश्वस्त कर देगी कि उनकी मेहनत को इस वर्ष 2700 रुपए प्रति क्विंटल के हिसाब से ही सम्मानित किया जाएगा. मुझे पूरा विश्वास है आप किसानों की गंभीर स्थिति को देखते हुए सहानुभूतिपूर्ण दृष्टिकोण से विचार करेंगे.