MP News: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव की मौजूदगी में बुधवार को मंत्रालय में भोपाल बीआरटीएस को हटाने की कार्ययोजना पर चर्चा हुई. उन्होंने कहा कि 20 जनवरी से बीआरटीएस कॉर्रिडोर हटाने की शुरुआत बैरागढ़ से होगी. भोपाल से बीआरटीएस कॉरिडोर 15 साल बाद हटाए जाएंगे. सीएम मोहन यादव ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि बीआरटीएस को हटाने का काम तय समयसीमा में पूरा किया जाए. साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि यातायात बाधित ना हो ,इसके लिए कॉर्रिडोर हटाने का काम रात के वक्त किया जाए.
बीआरटीएस जनसुविधा के लिए हटाया जा रहा
सीएम मोहन यादव ने कहा कि कॉर्रिडोर को यातायात में सुगमता और जनसुविधा के लिए हटाया जा रहा है. बैरागढ़ से से कॉर्रिडोर हटाने का काम शुरू होगा. ये काम रात के वक्त शुरू किया जाए, जिससे पुलिस से समन्वय के साथ बीआरटीएस हटाने की संपूर्ण अवधि में शहर सुगम और सुरक्षित यातायात व्यवस्था सुनिश्चित की जाए.
भोपाल में BRTS कॉरिडोर को हटाने के लिए आज मध्य प्रदेश के सीएम @DrMohanYadav51 और नगर विकास मंत्री @PratimaBagri ने वरिष्ठ अधिकारियों के साथ की बैठक.
BRTS कॉरिडोर को हटाने का कार्य बैरागढ़ से आरंभ किया जाएगा. यातायात में सुगमता और जन सुविधा के लिए इसे हटाने का निर्णय लिया गया है. pic.twitter.com/zxFJLaxamS
— Vistaar News (@VistaarNews) January 17, 2024
क्या है बीआरटीएस कॉरिडोर
आज से 15 साल पहले बस रैपिड ट्रांजिट सिस्टम यानी बसों के परिवाहन के लिए भोपाल से बैरागढ़ तक स्पेशल कॉर्रिडोर बनाए गए थे. इसे चौड़ी सड़कों पर सार्वजनिक बसों के परिवहन के लिए बनाया गया था, इससे बसों के अलावा किसी दूसरे वाहन की चलने की अनुमति नहीं होती. इसे ही बीआरटीएस कहा जाता है.
करोड़ों खर्च करके बनाया था बीआरटीएस
बता दें कि तत्कालीन शिवराज सरकार ने भोपाल बीआरटीएस को साल 2011 में संशोधित डीपीआर के बाद मंजूरी दी थी. इसका काम दो साल में पूरा हुआ था और इस बनाने में 350 करोड़ रुपये से ज्यादा का खर्च आया था .