MP News: आज जबलपुर समेत पूरा महाकौशल क्षेत्र नो फ्लाइंग डे मना रहा है. यानी जबलपुर के डुमना एयरपोर्ट से कोई भी हवाई यात्री आज फ्लाइट में सफर नहीं करेगा. जबलपुर से लगातार बंद हो रही फ्लाइट्स को फिर से शुरू करने की मांग को लेकर पिछले दो महीना से अभियान चलाया जा रहा था. जबलपुर की वायु सेवा संघर्ष समिति के द्वारा शुरू किए गए अभियान को पूरे महाकौशल क्षेत्र के लोगों ने समर्थन दिया है, जिसकी वजह से आज 6 जून को जबलपुर के डुमना एयरपोर्ट पर फ्लाइट्स आएंगे लेकिन कोई भी यात्री सफर नहीं करेगा.
नो फ्लाइंग डे मनाने के दौरान वायु संघर्ष सेवा समिति के लोग जबलपुर के डुमना एयरपोर्ट पर रैली निकालकर धरना प्रदर्शन करेंगे और लोगों से अपील करेंगे कि उनके अभियान में शामिल होकर फिर से फ्लाइट शुरू करने की मांग को जोर दें. जो फ्लाइंग डे के चलते हवाई सफर करने वालों ने 6 जून के लिए सीट बुक नहीं कराई है इसके चलते जबलपुर आने वाली फ्लाइट्स में शहर के लोगों की संख्या नहीं के बराबर होने का अंदाज लगाया जा रहा है.
दरअसल जबलपुर की एयर कनेक्टिविटी कुछ महीना पहले बहुत अच्छी थी जबलपुर के डुमना एयरपोर्ट से तकरीबन 15 फ्लाइट देश के कई बड़े महानगरों से सीधे कनेक्ट थी. मुंबई, हैदराबाद, चेन्नई, दिल्ली, भोपाल, इंदौर, ग्वालियर और अहमदाबाद जैसे शहरों के लिए जबलपुर के डुमना एयरपोर्ट से सीधे फ्लाइट होती थी लेकिन अब लगातार फ्लाइट बंद होने की वजह से यह संख्या केवल पांच रह गई है जिसकी वजह से पर्यटकों, व्यापारियों,छात्रों और दूसरे बड़े शहरों में इलाज के लिए जाने वाले मरीजों को खासा परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
दरअसल जबलपुर के डुमना एयरपोर्ट को साढ़े चार सौ करोड रुपए की लागत से अत्याधुनिक बनाया गया है एयरपोर्ट का विस्तारीकरण किया गया है रनवे की लंबाई बढ़ाई गई है टर्मिनल पर एरोब्रिज इंस्टॉल करने से लेकर कई और तरह की सुविधा फ्लाइर के लिए तैयार की गई है लेकिन टर्मिनल के तैयार होने के बाद से लगातार फ्लाइट की संख्या घटने लगी है वायु संघर्ष सेवा समिति का कहना है की जबलपुर की फ्लाइट्स की संख्या कम करके इंदौर ग्वालियर और भोपाल जैसे शहरों में फ्लाइट्स की संख्या बढ़ाई गई है जो की जबलपुरवासियों के साथ सीधे तौर पर भेदभाव है.
नो फ्लाइंग डे को राजनीतिक समर्थन भी मिल रहा है राज्यसभा सांसद विवेक तंखा ने भी मध्य प्रदेश के नवनिर्वाचित 29 सांसदों से अपील की है कि वह भी जबलपुर की एयर कनेक्टिविटी को बढ़ाने के लिए अपना समर्थन दें और नो फ्लाइंग डे का समर्थन कर सरकार तक जनता की बात पहुंचाएं.