भोपाल: लोकसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान कर दिया गया है. देश में चुनाव 7 चरणों में आयोजित किए जाएंगे. पहले चरण की शुरुआत 19 अप्रैल से होगी. एमपी के छिंदवाड़ा में भी लोकसभा चुनाव प्रथम चरण में होने हैं इसको लेकर पिछले तीन दिनों से नामांकन प्रक्रिया जारी है. लेकिन अब प्रत्याशी अजीबोगरीब रूप में पहुंच कर नामांकन दाखिल कर रहे है. इसी के चलते छिंदवाड़ा में एक निर्दलीय प्रत्याशी ने हाथ में रामायण और महाभारत जैसे ग्रन्थ लेकर अपना नामांकन दाखिल किया. प्रत्याशी का नाम विनोद पाठक है. विनोद छिंदवाड़ा जिले के गुलाबरा में रहते हैं विनोद ने बताया की ”भगवान शिव के आशीर्वाद को लेकर वह नामांकन दाखिल करने आए हैं जनता के जुड़े मुद्दों को लेकर वह जनता के बीच जाएंगे शिक्षा और स्वास्थ्य को लेकर काम करेंगे.”
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क्या है छिंदवाड़ा का सियासी समीकरण
छिंदवाड़ा लोकसभा सीट कांग्रेस का गढ़ रही है. छिंदवाड़ा लोकसभा सीट से इस बार भी पूर्व मुख्यमंत्री के बेटे नकुलनाथ चुनाव लड़ रहे हैं. मप्र की 29 लोकसभा सीट में से एकमात्र छिंदवाड़ा ही एक ऐसी सीट थी जहां पिछले चुनाव में कांग्रेस ने जीत हासिल की थी. वहीं सांसद नकुलनाथ अपने पिता पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के साथ लगातार एक्टिव दिखाई दे रहे हैं. 2019 के आम चुनावों में, यहाँ कांटे का चुनावी मुकाबला देखने को मिला था. कांग्रेस के प्रत्याशी नकुल नाथ ने पिछले चुनाव में 37,536 मतों के अंतर से जीत दर्ज़ किया. उन्हें 5,87,305 वोट मिले. नकुल नाथ ने भाजपा के उम्मीदवार नत्थन शाह कवरेती को हराया था जिन्हें 5,49,769 वोट मिले. छिंदवाड़ा की जनसांख्यिकी विविधताओं से भरी है और चुनावी नजरिए से यह मध्य प्रदेश के लोक सभा क्षेत्रों में रोचक और अहम है. इस निर्वाचन क्षेत्र में विगत 2019 के लोक सभा चुनाव में 82.10% मतदान हुआ था. 1952 में हुए पहले चुनाव से लेकर अब तक, यह सीट 18 बार चुनावों का गवाह बनी है. इनमें से 16 बार कांग्रेस के उम्मीदवारों ने जीत हासिल की है, और सिर्फ 1 बार BJP के उम्मीदवार जीत पाए हैं.