MP News: रीवा जिले के गढ़ थाना अंतर्गत पुलिस चौकी लालगांव क्षेत्र के ग्राम पिपरहा निवासी युवक ने अज्ञात कारणों से क्योटी जल प्रपात में दोपहर बाद छलांग लगा दी कुछ दूर पर खड़े लोगों ने इस दृश्य को देखते ही पुलिस को सूचना दी. पूरे क्षेत्र में हड़कंप मच गया गांव के लोग जलप्रपात पहुंचकर युवक की तलाश करने लगे कुछ देर बाद मौके पर पुलिस भी पहुंच गई. फिर गहरे जलप्रपात से मृत अवस्था में शव को बाहर निकाला गया मृतक युवक की पहचान ग्राम पिपरहा पुलिस चौकी क्षेत्र लालगांव निवासी कमलेश मिश्रा पिता शत्रुघ्न मिश्रा के रूप में की गई है. घटना स्थल पर मौजूद मृतक कमलेश मिश्रा के चाचा ने बताया कि दोपहर तक घर में देखा गया था दोपहर बाद पता नहीं क्या हुआ कि लड़के ने जल प्रपात में छलांग लगा दी.
प्रत्यक्षदर्शियों ने क्या बताया
घटना को लेकर बताया गया कि, दोपहर बाद लगभग 3 बजे क्योटी जलप्रपात में मौजूद लोगों ने देखा कि एक युवक आया और जलप्रपात में छलांग लगा दी. लोगों ने इस घटना की जानकारी पुलिस को दी तब तक गांव में इस घटना को लेकर चर्चा होने लगी कि जलप्रपात में छलांग लगाने वाला कौन है. फिर देखते ही देखते जलप्रपात के पास लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा और लोगों ने जलप्रपात में कूदे युवक की तलाश शुरू कर दी. कुछ देर में ही पुलिस भी मौके पर पहुंची और युवक को जलप्रपात से बाहर निकाला गया. मृतक युवक की कमलेश मिश्रा पुत्र सत्रुघ्न मिश्रा निवासी ग्राम पिपराही पुलिस चौकी क्षेत्र लालगांव के रूप में हुई है.
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पूरे मामले में पुलिस का क्या कहना है
मृतक युवक कमलेश मिश्रा का शव बरामद होने के बाद पुलिस ने बताया कि अज्ञात कारणों से युवक ने क्योटी जलप्रपात में दोपहर बाद छलांग लगा दी थी. पुलिस को सूचना मिली घटना की गंभीरता को देखते हुए एसडीओपी मनगवां डॉ कृपा शंकर द्विवेदी और गढ़ थाना प्रभारी विकास कपीस ने मौके पर पुलिस टीम भेजी मृतक की पहचान कर ली गई है. पंचनामा तैयार कर शव को पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल रवाना किया गया है. घटना की जांच विवेचना के बाद ही पता चलेगा कि युवक ने किन कारणों से आत्मघाती कदम उठाया.
डेंजर प्वाइंट बन चुका है ऐतिहासिक पर्यटक स्थल
रीवा जिले का ऐतिहासिक पर्यटक स्थल क्योटी जल प्रपात डेंजर प्वाइंट बन गया है. यहां आए दिन दुर्घटनाएं घटित हो रही है पूर्व में घटित हुई घटनाओं को संज्ञान लेते हुए तत्कालीन कलेक्टर डॉ इलैया राजा टी और तत्कालीन पुलिस अधीक्षक नवनीत भसीन ने मौका मुआयना कर जलप्रपात में हो रही दुर्घटनाओं को रोकने तार बाउंड्री और सुरक्षा के इंतजाम करने की बात कही थी. लेकिन अब तक शासन प्रशासन द्वारा सुरक्षा के कोई इंतजाम नहीं किए गए.