Bhopal News: अगर आप दिल्ली ये सोचकर नहीं जाते हैं कि वहां की धूल भरी हवा आपकी सांसों में जहर घोलने का काम कर रही है. तो एक बार राजधानी भोपाल समेत आपके प्रदेश के शहरों का हाल भी देख लीजिए, जहां जैव विविधता वाले इस प्रदेश में AIQ 400 के पार पहुंच गया है. इसका मतलब है कि जिस हवा में आप सांस ले रहे हैं वो बहुत खराब लेवल पर पहुंच चुकी है.
प्रदेश में एयर क्वालिटी इंडेक्स खराब होने का कारण सिर्फ धूल ही नहीं बल्कि धुआं भी है, जिसका कारण कचरा जलना भी है. लगातार शहरों में हो रहे सड़क निर्माण से भी हवा में जहर घुलना शुरू हो गया है. आलम ये है कि भोपाल की सड़कों पर धुल के गुब्बार के बीच लोगों को अपना सफर तय करना पड़ता है. भोपाल के साथ-साथ ग्वालियर की हवा लगातार खराब बनी हुई है.
एयर क्वालिटी इंडेक्स की गंभीरता को इसके लेवल से समझा जाता है. 50 से कम AQI सांस लेने के लिए सबसे बेहतर होता है. इसके बाद बढ़ता AQI आपकी हवा में सांस कई बीमारियां भी देता है, जो कि आपके फेफड़ों को खराब करने का काम करता है. देश में AQI को 6 कैटेगरी में बांटा गया है.
क्या है इंडेक्स लेवल?
0-50 के बीच AQI का मतलब अच्छा हवा शुद्ध है.
51-100 के बीच मतलब वायु की शुद्धता संतोषजनक है.
101-200 के बीच ‘मध्यम’.
201-300 के बीच ‘खराब’.
301-400 के बीच बेहद खराब.
401 से 500 के बीच गंभीर श्रेणी.
सिंगरौली में धुआं से हुआ प्रदूषण-
धुएं से प्रदूषण का सबसे ज्यादा असर सिंगरौली में रिकॉर्ड किया गया. यहां के ट्रॉमा सेंटर में सोमवार को एक्यूआई 363 दर्ज हुआ. वहीं ग्वालियर के महाराज बाड़ा में ये स्तर 329 तक जा पहुंचा.