MP Weather: देश के 17 राज्य ठंड और घने कोहरे की चपेट में हैं, जिसकी वजह से लोग लगातार ठंड के प्रकोप से परेशान हो रहे हैं. मध्यप्रदेश के कई जिलों में कोल्ड डे की स्थिति है. यहां जनवरी के आखिरी हफ्ते में ठंड के प्रकोप से लोग परेशान हैं. बता दें कि देश में मध्य प्रदेश का शहडोल जिला सबसे ठंडा रहा, जहां का तापमान न्यूनतम 1.7 डिग्री रहा. शहडोल को देश का सबसे ठंडा मैदानी इलाका दर्ज किया गया. छतरपुर के बिजावर का न्यूनतम तापमान 2.7 डिग्री दर्ज किया गया.
शहडोल और बिजावर में कोल्ड डे और येलो अलर्ट घोषित कर दिया गया है. वहीं खरगोन में भी लोग ठंड से जूझ रहे हैं. यहां पर भी यलो अलर्ट घोषित कर दिया है. वहीं मौसम विभाग के अनुसार उत्तरी बर्फीली हवाओं के प्रभाव के चलते मध्य प्रदेश में कड़ाके की ठंडी पड़ रही है. प्रदेश के कई जिलों में कोहरा और शीतलहर का प्रभाव है.साथ ही हल्दी बूंदा-बांदी की संभावना भी बनी हुई है.
एमपी के 23 जिलों में 10 डिग्री से नीचे रहा तापमान
मध्यप्रदेश के 23 जिलों में बर्फीली हवाओं से लोग परेशान हैं. यहां के 23 जिलों में 10 डिग्री से नीचे तापमान दर्ज किया गया. खंडवा, खरगोन मउगंज, छतरपुर, निवाड़ी, दतिया, भिंड, मुरैना में कोल्ड डे का येलो अलर्ट जारी कर दिया है. वहीं सिवनी, छतरपुर, निवाड़ी, दतिया, भिंड में शीत लहर का भी अलर्ट जारी किया गया है. साथ ही यहां घने कोहरे और शीत प्रभाव रहेगा. राजधानी भोपाल का तापमान 10.2 डिग्री दर्ज किया गया. जबलपुर में चार डिग्री की गिरावट दर्ज की गई, जिसकी वजह से न्यूनतम तापमान 6.4 डिग्री पर पहुंच गया.
एमपी में 28 से 29 के बीच होगी बूंदा-बांदी
मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, जबलपुर और उज्जैन में बारिश होने की संभावना है. साथ ही रीवा, पचमढ़ी, खजुराहो, छिंदवाड़ा में भी 6 डिग्री से तापमान दर्ज हुआ है. जहां आने वाले दिनों में हल्दी बारिश हो सकती है. वहीं रीवा संभाग में हल्की बूंदा-बांदी भी हो सकती है.
देश के सबसे ठंडे शहरों में एमपी के 5 जिले शामिल
जहां शहडोल देश का सबसे ठंडा मैदानी इलाका रहा, तो बिजावर दूसरा सबसे ठंडा शहर रहा. इसके अलावा देश के सबसे ठंडे शहरों में मध्य प्रदेश के पांच जिले शामिल हैं, जिनका तापमान 5 डिग्री से कम रहा.
शहडोल- 1.7 डिग्री
छतरपुर (बिजावर)-2.5 डिग्री
शिवपुरी – 3.1 डिग्री
अशोकनगर- 3.3 डिग्री
खजुराहो 3.4 डिग्री पारा
ठंड के प्रकोप से किसान परेशान
जनवरी के आखिरी हफ्ते में पड़ रही ठंड के चलते किसानों के चेहरों पर चिंता की लकीरें खींच हैं. खेत में खड़ी फसलों पर इसका असर साफ देखा जा सकता है, जिससे किसान परेशान हैं. खेतों में गेंहू, दाल, मौसमी सब्जियां लगी हुई हैं, पाला पड़ने से इन फसलों को भारी नुकसान हो रहा है.
मौसम विभाग ने क्या बताया
मौसम वैज्ञानिक ममता यादव ने विस्तार न्यूज को बताया कि अभी उत्तर भारत के मैदानी क्षेत्र में 12 किलोमीटर की ऊंचाई पर वेस्टर्न जे स्ट्रीम सक्रिय हैं, जिसमें सर्द हवाएं चल रही हैं और ठंड का असर तेज बना हुआ है. जो अगले दो दिनों तक जारी रहेगा.