Kuno National Park: मध्य प्रदेश के कुनो नेशनल पार्क में एक नामीबियाई चीता पवन की मौत हो गई. केएनपी में चीते की मौत की ताजा घटना अफ्रीकी चीता गामिनी के पांच महीने के बच्चे की मौत के कुछ सप्ताह बाद हुई है. अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षण (APCCF) और लॉयन प्रोजेक्ट के निदेशक उत्तम शर्मा के कार्यालय की ओर से जारी एक बयान के अनुसार, मंगलवार को सुबह करीब 10.30 बजे नर चीता पवन झाड़ियों के बीच एक उफनते नाले के किनारे बिना किसी हरकत के पड़ा मिला.
डूबने से मौत का अंदेशा
पशु चिकित्सकों को सूचित किया गया और करीब से निरीक्षण करने पर पता चला कि चीते के शव का अगला आधा हिस्सा, जिसमें सिर भी शामिल है, पानी के अंदर था. बयान के अनुसार, शरीर पर कहीं भी कोई बाहरी चोट नहीं देखी गई. मृत्यु का प्रारंभिक कारण डूबना प्रतीत होता है. पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट मिलने के बाद आगे की जानकारी दी जाएगी. पवन की मौत के साथ, केएनपी में 24 चीते बचे हैं, जिनमें 12 वयस्क और इतने ही शावक हैं.
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गामिनी के बच्चे की हुई थी मौत
इससे पहले 29 जुलाई की शाम को अफ्रीकी चीतों की नियमित स्वास्थ्य जांच के दौरान अधिकारियों ने देखा कि गामिनी के पांच शावकों में से एक अपने शरीर के पिछले हिस्से को उठाने में असमर्थ था. आगे जांच करने पर पता चला कि शावक अपने पूरे पिछले हिस्से को घसीट रहा है. यह देखते ही अधिकारियों ने तुरंत शावक को राष्ट्रीय उद्यान से बचाया और उसे अस्पताल ले आए. बयान में कहा गया, “जांच में पाया गया कि शावक की रीढ़ की हड्डी में फ्रैक्चर था.”
अधिकारियों के मुताबिक, शावक को निगरानी में रखा गया था. इस साल मार्च में अफ्रीकी चीता गामिनी ने छह शावकों को जन्म दिया था. हालांकि, उनमें से एक की मौत 4 जून को हो गई थी और दूसरे की 29 जुलाई को मौत हो गई. अब गामिनी के केवल चार शावक ही बचे हैं.