CM Mohan Yadav: मध्य प्रदेश के CM डॉ. मोहन यादव दो दिवसीय दिल्ली दौरे पर हैं. 23 जून को दिल्ली पहुंचे. इस दौरान उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) से मुलाकात की. इससे पहले उन्होंने केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) से भी मुलाकात की. प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात के बाद CM मोहन यादव वाराणसी के लिए रवाना हो गए.
PM मोदी से मिले CM मोहन यादव
CM मोहन यादव ने दिल्ली दौरे के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की. इस दौरान उन्होंने प्रदेश के विकास संबंधी चर्चा की. जानकारी के मुताबिक CM मोहन यादव ने इस दौरान प्रधानमंत्री को 30 जून को खंडवा आने के लिए न्योता भी दिया. बता दें कि 30 जून MP सरकार जल गंगा संवर्धन अभियान का समापन खंडवा में करने वाली है. जल सरंक्षण के लिए इस केंद्रीय अभियान को PM मोदी का अहम अभियान माना जाता है, जिसमें खंडवा के पास सबसे बड़ी उपलब्धि है.
केंद्रीय मंत्री सिंधिया से मिले CM मोहन यादव
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से पहले CM डॉ. मोहन यादव ने दिल्ली में केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया से मुलाकात की. इस दौरान दोनों के बीच प्रदेश के विकास संबंधी योजनाओं पर चर्चा हुई.
वाराणसी के रवाना हुए CM मोहन यादव
वाराणसी में 25वीं मध्य क्षेत्रीय विकास परिषद की बैठक होने वाली है. इसमें चार राज्य मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, उत्तराखंड उत्तर प्रदेश आते है. केंद्रीय गृह मंत्री जी की अध्यक्षता में होने वाली इस बैठक में शामिल होने के लिए CM मोहन यादव रवाना होंगे.
CM मोहन यादव की प्रेस कॉन्फ्रेंस
वाराणसी रवाना होने से पहले CM डॉ. मोहन यादव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की. इस दौरान उन्होंने कहा-‘इस बार 3 महीने तक 30 मार्च से 30 जून तक जल संरक्षण का काम किया. खंडवा जिले में भू-जल संरक्षण के मामले में देश भर में बेहतर काम हुआ है. मध्य प्रदेश उन चार राज्यों में शामिल हुआ, जो ग्राउंड वॉटर कंजर्वेशन में अव्वल हैं. पीएम मोदी को इसके समापन पर वर्चुअली या प्रत्यक्ष रूप से आमंत्रित किया है. मध्य प्रदेश कृषि में अव्वल है, लेकिन खाद्य प्रसंस्करण में हम और ज्यादा काम कर रहे हैं. महाराष्ट्र के साथ ताप्ती नदी जोड़ने पर काम कर रहे हैं. 2 लाख से ज्यादा किसानों का समागम 2 अक्टूबर को सीहोर में होगा. इसमें PM को भी आमंत्रित किया है. प्रदेश में नक्सलवाद को खत्म करने की दिशा में काम तेजी से चल रहा है. इस डेढ़ साल में सबसे ज्यादा नक्सली मुठभेड़ हुए हैं.’
