Ram Mandir: अयोध्या नगरी में भगवान राम के प्राण प्रतिष्ठा को लेकर तैयारियां जोरो-शोरों से चल रही हैं. ऐसे में मध्यप्रदेश से भी रामलला के लिए लड्डूों का प्रसाद भी तैयार हो चुका है. एमपी के सीएम डॉ. मोहन यादव (Mohan Yadav) लड्डू बनाने में श्रम दान किया.
इस वक्त देश भर से कुछ ना कुछ सामग्री श्रद्धा भाव से अयोध्या भेजी जा रही है. ऐसे में मध्यप्रदेश से रामलला के लिए प्रसाद के रूप में कुछ ना कुछ भेजने की तैयारियां चल रही हैं. जहां महाकाल की नगर उज्जैन से करीब 250 टन लड्डू भेजे गए हैं, वहीं इंदौर से राम मंदिर की प्रतिकृति तैयार की जा चुकी है.
1 करोड़ के 5 लाख के लड्डू
रामलला की प्राण प्रतिष्ठा में समय बहुत ही कम शेष है. उज्जैन में महाप्रसाद के लिए बनाए गए पांच लाख लड्डू अयोध्या रवाना कर दिए गए हैं. भोपाल से 19 जनवरी को एमपी सीएम मोहन यादव ने लड्डूओं से भरे ट्रक को झंडी दिखाई और उन्हें जय श्रीराम के नारे के साथ अयोध्या रवाना किया. बता दें कि महाकाल की नगरी से 250 टन लड्डू बनाकर अयोध्या भेजा गया है, जिसकी कीमत करीब 1 करोड़ रुपये बताई जा रही है. यह सूखे मेवे और शुद्ध घी से बनाया गया है. करीब 100 सौ लोगों की टीम ने मिलकर 250 टन लड्डू बनाने का काम किया, जिसमें एमपी के सीएम ने भी श्रमदान दिया.
सागर के सुरखी से चांदी की रामशिलाएं
सागर के सुरखी से चांदी की 3 रामशिलाएं अयोध्या पहुंच गई हैं. इन शिलाओं को 400 लोगों के साथ 5 बसों से लेकर रवाना किया गया. रामशिलाओं के साथ ही साढ़े 11 किलो चांदी की चरण पादुका और रामजी के आभूषण श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ ट्रस्ट कार्यालय में समर्पित किए गए हैं. वहीं मध्यप्रदेश के एक भक्त ने 5 माह पहले अयोध्या में श्रीराम को 12 किलो चांदी की चरण पादुका और चांदी जड़ित चौकी भेंट की थी.
ये भी पढ़ें: Ram Mandir: महाकाल से आए 5 लाख लड्डू भोपाल से अयोध्या के लिए रवाना, सीएम मोहन यादव ने ट्रकों को दिखाई हरी झंडी
रतलाम से गए सवा लाख रुद्राक्ष
नमकीन के लिए प्रसिद्ध रतलाम से रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के भजन कीर्तन और रामधुन के साथ भक्त रुद्राक्ष रथ पहुंच चुका है, जिसमें सवा लाख रुद्राक्ष भेजे जा चुके हैं. साथ ही 5 किलो चांदी का अखंड दीपक ज्योति पहले ही पहुंच गए हैं. वहीं रुद्राक्ष पहुंचाने के बाद दाऊजी धाम सेवा समिति ने सरयू नदी का जल और अयोध्याधाम की माटी को रतलाम लाया जाएगा.
इंदौर में धागों से बनाई राम मंदिर की प्रतिकृति
एमपी की आर्थिक राजधानी इंदौर भी रामलला की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर तैयारी कर रही है. यहां अयोध्या भेजने के लिए कला स्तंभ संस्था की तरफ से राम मंदिर के जैसे ही प्रतिकृति बनाकर भेजी गई है. प्रतिकृति बनाने के लिए 19500 लोहे की कीलें और 10 किलो धागे का इस्तेमाल किया गया है. करीब 60 घंटे की मेहनत के बाद राम मंदिर जैसी प्रतिकृति बनाकर तैयार हुई. इसे बनाने के लिए 20 मजदूरों ने मिलकर तैयार किया गया है. प्रतिकृति 8 फीट लंबी और 16 फीट चौड़ी है.
छिंड़वाड़ा से 4 लाख 31 हजार राम नाम लिखे हुए कागज भेजे
छिंदवाड़ा से 2 बसों में सामूहिक रूप से 4.31 करोड़ बार ‘राम’ लिखे कागज भेजे गए हैं. एमपी के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने खुद भी कागज पर 108 बार राम नाम लिखा है. कांग्रेस सांसद नकुलनाथ ने भी सिमरिया के राम मंदिर में 108 बार कागज पर राम नाम लिखकर भेजा है. वहीं मध्यप्रदेश के 150 से ज्यादा साधु संत भी अयोध्या जाएंगे.