MP News: मध्यप्रदेश में सरकार बदलने के साथ ही अधिकारियों के ट्रांसफर भी शुरू हो गए हैं. नए सीएम मोहन यादव के कार्यकाल में अब पुराने बीजेपी नेताओं से भी बड़े पद छिने जा सकते हैं. दरअसल, अब बीजेपी निगम-मंडलों के अध्यक्ष और उपाध्यक्ष बदलने की तैयारी भी कर सकती है. ये नियुक्तियां पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान के वक्त की थीं. इनमें से कई नेता विधानसभा चुनाव हार चुके हैं. ऐसे में इनकी छुट्टी लगभग तय मानी जा रही है.
पुराने अध्यक्षों की नियुक्ति होगी समाप्त!
आपको बता दें कि नई सरकार बनते ही पुराने निगम-मंडलों की नियुक्ति खुद ही समाप्त हो जाती है. मगर प्रदेश में एक बार फिर से बीजेपी की ही सरकार बनी है. ऐसे में ये पार्टी का निर्णय होगा कि वो पुराने चेहरों को ही आगे रखें या नए चेहरे लेकर आएं.
हारने वाले नेताओं के सामने संकट
जिस तरह से मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में नए चेहरों को मुख्यमंत्री जैसा सबसे बड़ा पद दिया गया है. ऐसे में उम्मीद लगाई जा सकती है कि बाकि स्तरों पर भी बदलाव होंगे. हालांकि औपचारिक रूप से इन नामों का ऐलान नहीं किया गया, लेकिन जो नेता अपनी सीट भी नहीं बच पाए हैं, उन पर खतरा मंडराना शुरू हो गया है, जिसमें इमरती देवी जैसे नेताओं कैे नाम भी शामिल हैं.
मौजूदा वक्त में निगम-मंडलों में ये नेता हैं नियुक्त
रघुराज कंसाना: मप्र पिछड़ा वर्ग तथा अल्पसंख्यक वित्त एवं विकास निगम के अध्यक्ष
गिर्राज दंडोतिया: ऊर्जा विकास निगम के अध्यक्ष
इमरती देवी: लघु उद्योग निगम की अध्यक्ष
प्रदीप जायसवाल: मध्य प्रदेश स्टेट माइनिंग कार्पोरेशन के अध्यक्ष
मुन्नालाल गोयल: राज्य बीज एवं फर्म विकास निगम के अध्यक्ष
प्रहलाद भारती: पाठ्यपुस्तक निगम के उपाध्यक्ष
निर्मला बारेला: मप्र आदिवासी वित्त एवं विकास निगम के अध्यक्ष
विनोद गोटिया: राज्य पर्यटन विकास निगम के अध्यक्ष
नरेंद्र सिंह तोमर: राज्य पर्यटन विकास निगम के उपाध्यक्ष
राजकुमार कुशवाह: राज्य बीज एवं फर्म विकास निगम के उपाअध्यक्ष
आशुतोष तिवारी: हाउसिंग बोर्ड के अध्यक्ष
शैलेंद्र बरूआ: पाठ्यपुस्तक निगम के अध्यक्ष
जसवंत जाटव: मप्र राज्य पशुधन एवं कुक्कुट विकास निगम के अध्यक्ष
जितेंद्र लिटोरिया: मप्र खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड के अध्यक्ष
रणवीर जाटव: संत रविदास हस्तशिल्प एवं हाथकरघा विकास निगम के अध्यक्ष