Madhya Pradesh News: ग्वालियर चंबल अंचल में पिछले एक महीने से भीषण गर्मी का प्रकोप जारी है. हालत यह है कि हर रोज यहां का तापमान 45 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच रहा है. यहीं कारण है कि अभी तक भीषण गर्मी के चलते 10 लोगों की मौत भी हो चुकी है. लोगों के अलावा पशु-पक्षी और जानवरों पर यह भीषण गर्मी कहर बरपा रही है, लेकिन ग्वालियर में स्थित मध्य प्रदेश की सबसे बड़ी और आदर्श गौशाला में गाय और बछड़ों के लिए गर्मी से बचने की ऐसी पहल शुरू की है जैसे आप देखकर चौंक जाएंगे.
दरअसल, यहां पर आम लोगों से ज्यादा गोवंश आराम फरमा रहे हैं. 10 हजार से ज्यादा गाय और बछड़े भी भीषण गर्मी की चपेट में है. इसके साथ ही गाय की नन्हे बच्चों को गर्मी से ज्यादा दिक्कत हो रही है, इन बच्चों को गर्मी से बचने के लिए कूलर की ठंडी हवा दी जा रही है. वहीं बाड़े में फव्वारे चलाकर उन्हें कृत्रिम वर्षा कराके ठंडक दी जा रही है.
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व्यवस्थाओं के लिए जानी जाती है आदर्श गौशाला
बताते चलें कि मध्य प्रदेश की सबसे बड़ी आदर्श गौशाला अपने अनोखी व्यवस्थाओं के लिए जानी जाती है. यहीं कारण है कि इस गौशाला को देखने के लिए देश ही नहीं बल्कि विदेशों से भी पर्यटक आते हैं. इस भीषण गर्मी से बचाने के लिए गौशाला प्रबंधन ने इस बार कई अलग कदम उठा रहा है. दोपहर के वक्त गौशाला में बछड़ों के कवर्ड बाड़ों में कूलर के साथ ही फव्वारे चलाएं जा रहे हैं. बछड़ों के लिए यह फब्बारे पूरे दिन भर चलते हैं और इस कारण उनके बाड़े में ठंडक बनी रहती है. यही कारण है कि अंदर का तापमान बाहर के तापमान से लगभग 10 से 15 डिग्री कम रहता है.
गाय के बछड़ों को दिया जा रहा है पौष्टिक आहार
सबसे खास बात यह है कि गाय की बछड़ों को पौष्टिक आहार भी दिया जा रहा है. ताकि उन्हें गर्मी में कोई समस्या ना हो. इनको खीरा, ककड़ी, तरबूज जैसी चीजें खाने को दी जा रही है. संतों की टीम गर्मी के इस मौसम में इनकी बच्चों की तरह देखभाल कर रही हैं. गौशाला प्रबंधक का कहना है कि गर्मी से बचने और खान-पीने पर इनका विशेष ध्यान रखा जा रहा है. इस भीषण गर्मी से बचाने के लिए उन्हें मौसमी सब्जी सलाद और फल दिया जा रहा है.