Amarwara By Election: देश के सात राज्यों की 13 विधानसभा सीटों पर बुधवार (10 जुलाई) को उपचुनाव के लिए मतदान हुआ. इनमें मध्य प्रदेश की अमरवाड़ा सीट भी शामिल है. यहां मुख्य मुकाबला सत्तारूढ़ बीजेपी के कमलेश प्रताप शाह और कांग्रेस उम्मीदवार धीरन शाह के बीच है. बता दें कि अमरवाड़ा उपचुनाव के परिणाम 13 जुलाई को आएंगे. इससे पहले बीजेपी और कांग्रेस दोनों अपनी-अपनी जीत का दावा ठोक रहे हैं.
मध्य प्रदेश बीजेपी के सह मीडिया प्रभारी सचिन सक्सेना का कहना है कि लाड़ली बहना और लाड़ली लक्ष्मी सहित राज्य सरकार की सभी योजनाओं का लाभ अमरवाड़ा उपचुनाव में कमलेश प्रताप शाह को मिलने जा रहा है. दूसरी तरफ कांग्रेस के प्रदेश मीडिया प्रभारी मुकेश नायक ने भी अपनी पार्टी की जीत का दावा किया है. उन्होंने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने यहां चौमुखी विकास किया है, इसलिए परिणाम कांग्रेस के पक्ष में ही आएगा.
क्यों हुआ उपचुनाव?
दरअसल, लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस विधायक कमलेश प्रताप शाह ने पार्टी को अलविदा कहकर बीजेपी का दामन थाम लिया था. उन्होंने विधानसभा अध्यक्ष को अपना इस्तीफा सौंप दिया था. इसी वजह से यहां उपचुनाव हुआ. कांग्रेस का कहना है कि कमलेश शाह ने जनता को धोखा दिया है, इसलिए उनकी हार होगी.
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2013 से कांग्रेस के कब्जे में है अमरवाड़ा सीट
छिंदवाड़ा की अमरवाड़ा विधानसभा सीट पर 2013 से कांग्रेस का कब्जा है. 2013 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने कमलेश प्रताप शाह को चुनावी मैदान में उतारा था और तब से अब तक ये सीट कांग्रेस के कब्जे में थी, लेकिन अब कमलेश ने बीजेपी का दामन लिया है. ऐसे में जीत-हार का पता तो कल यानी 13 जुलाई को ही पता चल पाएगा. छिंदवाड़ा को पूर्व सीएम और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कमलनाथ का गढ़ माना जाता है. कांग्रेस का कहना है कि कमलनाथ ने छिंदवाड़ा का चौमुखी विकास किया है, इसलिए परिणाम कांग्रेस के पक्ष में ही आएगा. उल्लेखनीय है कि लोकसभा चुनाव 2024 में बीजेपी ने छिंदवाड़ा में बाजी पलट दी थी. यहां कमलनाथ के बेटे नकुलनाथ को बीजेपी के विवेक बंटी साहू ने हरा दिया था. इसी के साथ राज्य की सभी 29 लोकसभा सीटों पर भगवा पार्टी ने जीत का परचम फहराया था.