Lok Sabha Election: भाजपा की वरिष्ठ नेता उमा भारती ने लोकसभा चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया है. उन्होंने कहा कि वह खुद को गंगा की सफाई के लिए झोंकने जा रही हैं, इस कारण चुनाव नहीं लड़ पाएंगी. भारती ने गुरुवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर यह जानकारी दी.
‘मुझे दो साल का समय चाहिए’
मध्य प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने कहा कि वह खुद को गंगा की सफाई के लिए झोंकने जा रही हैं, इसलिए लोकसभा चुनाव नहीं लड़ सकेंगी. उन्होंने पार्टी से दो साल का समय मांगा है. भारती ने कहा, “मैं अभी चुनाव लड़ी तो संसदीय क्षेत्र की जिम्मेदारी का निर्वहन और उसके साथ गंगा के काम का मेल नहीं हो पाएगा. मुझे दो साल के लिए स्वतंत्रता चाहिए. गंगा की सफाई के लिए पूरी योजना बन गई है और मंजूरी मिल चुकी है. बस गति कम हो गई है.” चुनाव लड़ने की चर्चाओं पर भारती ने कहा, “मैं 22 जनवरी को संगठन के सबसे महत्वपूर्ण व्यक्ति को बता चुकी हूं कि दो साल चुनाव नहीं लड़ूंगी.”
भारती ने कहा कि 22 जनवरी को मैं प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के दौरान बैठी थी तो अयोध्या आंदोलन की यादें ताजा हो गई. उन्होंने कहा कि अशोक सिंघल की दृढ़ता का नतीजा था कि रामलला की प्राण प्रतिष्ठा हो पाई. उसी समय मुझे लगा कि मेरी दृढ़ता में कोई कमी रह गई जो गंगा का काम वहीं ठहर गया.
प्रचार के लिए तैयार
उमा भारती ने बताया कि उन्होंने 24 फरवरी को भाजपा संगठन मंत्री बीएल संतोष से मुलाकात की और कहा कि आवश्यकता पड़ने पर वह चुनाव प्रचार के लिए तैयार हैं. उन्होंने आगे कहा, “मैं इंतजार करती रही कि जेपी नड्डा की तरफ से बयान आ जाए… जब मैं कारण बताते हुए चुनाव न लड़ने की बात कह चुकी हूं तो उसे जनता के सामने स्पष्ट कर दीजिए. मैं पार्टी की वरिष्ठ कार्यकर्ता हूं. ऐसे व्यक्ति के आत्मसम्मान का ध्यान रखना होगा.”