Vijaypur Byelection Result 2024: मध्य प्रदेश के श्योपुर जिले की विजयपुर विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव का रिजल्ट आ गया है. कांग्रेस प्रत्याशी मुकेश मल्होत्रा ने 7428 वोट से इस सीट पर जीत दर्ज करते हुए BJP प्रत्याशी और वन मंत्री रामनिवास रावत को हरा दिया. इस सीट पर काउंटिंग के दौरान पहले BJP ने बढ़त बनाई हुई थी, लेकिन 15वें राउंड के बाद से मामला बदला और कांग्रेस प्रत्याशी लीड लेते गए. जानिए आखिर कैसे विजयपुर में खेल बदला और मंत्री रामनिवास रावत कैसे हार गए.
विजयपुर उपचुनाव में जीते कांग्रेस प्रत्याशी
विजयपुर विधानसभा सीट पर कांग्रेस प्रत्याशी मुकेश मल्होत्रा और BJP प्रत्याशी और वन मंत्री रामनिवास रावत के बीच रोचक मुकाबला रहा. मतगणना के दौरान शुरुआती रुझान में BJP प्रत्याशी रामनिवास रावत आगे थे. मतगणना के 15वें राउंड तक उनकी बढ़त बनी हुई थी, लेकिन 16वें राउंड में उलटफेर हुआ और कांग्रेस प्रत्याशी मुकेश मल्होत्रा को लीड गई. कुल 21 राउंड की काउंटिंग खत्म होते तक मुकेश मल्होत्रा ने 7428 वोट से वन मंत्री रामनिवास रावत को हरा दिया. उपचुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी मुकेश मल्होत्रा को कुल 100382 वोट मिले, जबकि BJP प्रत्याशी प्रदेश सरकार में वन मंत्री रामनिवास रावत को 92954 वोट मिले.
क्या है BJP की हार का कारण?
विजयपुर में BJP की हार के दो बड़े कारण सामने आए हैं. पहला आदिवासी वोट बैंक और BJP प्रत्याशी रामनिवास रावत का उन्हीं के समाज के लोगों द्वारा विरोध. कांग्रेस का गढ़ मानी जाने वाली विजयपुर सीट पर कांग्रेस ने आदिवासी प्रत्याशी को मैदान में उतारा. वहीं, BJP प्रत्याशी और वन मंत्री रामनिवास रावत को लेकर समाज के लोगों में नाराजगी देखने को मिली. चुनावी दंगल में रूठों को मनाने के लिए खुद CM मोहन यादव भी पहुंचे, लेकिन फिर भी शायद समाज को लोगों की नाराजगी दूर नहीं हुई.
सिंधिया ने बनाई दूरी
विजयपुर विधानसभा सीट पर उपचुनाव के प्रचार के लिए CM डॉ मोहन यादव, प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा, डिप्टी सीएम से लेकर 12 से ज्यादा कैबिनेट मंत्री पूरे समय प्रचार करते हुए नजर आए. लेकिन केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और उनके समर्थक मंत्री पूरी तरह गायब रहे.
कांग्रेस का गढ़ और दलबदल
विजयपुर में BJP की हार के पीछे एक बड़ा कारण BJP प्रत्याशी रामनिवास रावत का दलबदल होना भी है. लोकसभा चुनाव के समय रामनिवास रावत कांग्रेस का साथ छोड़कर BJP में शामिल हो गए. इसके बाद तुरंत कैबिनेट का विस्तार हुआ और उन्हें मंत्री बना दिया गया. इसके अलावा यह सीट कांग्रेस का गढ़ भी है. लंबे समय से इस सीट पर कांग्रेस का कब्जा है.
कांग्रेस ने की मेहनत
इसके अलावा उपचुनाव के लिए कांग्रेस क्षेत्र में पहले से ही कड़ी मेहनत करती नजर आई. करीब एक महीने पहले से ही कांग्रेस से छोटे-बड़े नेता और कार्यकर्ता क्षेत्र में एक्टिव हो गए, जिसका असर चुनाव के रिजल्ट में देखने को मिला है.
विजयपुर में हिंसा
विजयपुर उपचुनाव के लिए मतदान से दो दिन पहले और वोटिंग के दिन हिंसा, बूथ कैप्चरिंग और पथराव जैसी घटनाएं भी सामने आईं. एक पोलिंथ बूथ पर पथराव होने की बात भी सामने आई. इसके अलावा एक अधिकारी के साथ भी मारपीट की गई.
पुलिस अलर्ट
अतिसंवेदनशील सीट विजयपुर में रिजल्ट घोषित होने के बाद पुलिस अलर्ट मोड पर है. इसके अलावा BJP ने रिजल्ट जारी होने के बाद रिकाउंटिंग की मागं की, जिसे स्वीकार करते हुए 5 EVM मशीनों की रिकाउटिंग की जा रही है.