Krishna Temple: एमपी का अनोखा मंदिर, जहां नहीं है कोई मूर्ति, फिर भी धूमधाम से मनाई जाती है कृष्ण जन्माष्टमी
विनय कुशवाहा
भगवान कृष्ण की लोग अलग-अलग रूपों में पूजा करते हैं. कोई साकार रूप में पूजा करते हैं और कोई निराकार रूप में पूजा करते हैं.मध्य प्रदेश के कृष्ण मंदिरों में कृष्ण जन्माष्टमी का पर्व धूमधाम से मनाया जा रहा है. राजधानी भोपाल के कृष्ण प्रणामी मंदिर में त्योहार की धूम हैइस मंदिर में भगवान कृष्ण की प्रतिमा नहीं है, यहां श्री कृष्ण के जीवन और ज्ञान को समेटे हुए ग्रंथ को रखा गया हैप्रणामी समाज के अनुयायी ग्रंथ को ही भगवान के रूप में मानकर पूजा करते हैं कृष्ण प्रणामी मंदिर में ग्रंथ का ही श्रीकृष्ण राधा के रूप में श्रृंगार होता हैकृष्ण जन्माष्टमी पर तीन प्रतीकों के रूप में पूजा की जाती है, इनमें पहला प्रतीक पूजा, दूसरा ग्रंथ पूजा और तीसरा मानसिक पूजा हैजन्माष्टमी पर भगवान कृष्ण का जन्मोत्सव मनाने के लिए 50 किलो माखन-मिश्री का भोग लगाया जाता हैकृष्ण प्रणामी मंदिर में कृष्ण जन्माष्टमी पर कई सांस्कृतिक आयोजन किए जाते हैं और बधाई गीत गाते हैं