शाम 6 बजे के बाद छत्तीसगढ़ की इन जगहों पर जाना है मना, जो गया वो कभी लौटा नहीं!
रुचि तिवारी
छत्तीसगढ़ की डरावनी जगहें
‘धान का कटोरा’ के नाम से मशहूर छत्तीसगढ़ अपनी प्राकृतिक खूबसूरती और खनिज संपदा के लिए मशहूर है. सरगुजा, बस्तर, जशपुर समेत अलग-अलग जिलों की प्राकृतिक सुंदरता को देखने के लिए साल भर दूर-दूर से लोग पहुंचते हैं. छत्तीसगढ़ में कई ऐसी डरावनी जगहें भी हैं, जहां जाने से लोग कतराते हैं. रायपुर का लाल बंगला- कहा जाता है कि यहां रहने वाले एक ही परिवार के चार सदस्यों ने सुसाइड कर लिया था. यहां शाम के बाद जो जाता है उसे ऐसा लगता है कि कोई उसका गला घोंट रहा है. यहां कई हॉरर मूवी की शूटिंग भी हो चुकी है. जगदलपुर हॉन्डेट हाउस- जगदलपुर जिले में एक ऐसा हॉन्डेट हाउस है, जिसके बारे में कहा जाता है कि जो यहां ठहता है वह कभी वापस नहीं लौटा है. बत्तीस बंगला- सूरज ढलने के बाद भिलाई की गरज रोड स्थित बत्तीस बंगले का पास से गुजरने में लोग कतराते हैं. कहा जाता है कि यहां पर आत्माएं लोगों से लिफ्ट मांगती हैं. वाई शेप ब्रिज- दुर्ग जिले के वाई शेप ब्रिज पर अंधेरा होते ही लोग जाना बंद बंद कर देते हैं. सूरज की किरणें जब तक नहीं खिलती सुबह लोग यहां से नहीं गुजरते हैं. तारबाहर रेलवे क्रॉसिंग- बिलासपुर जिले के तारबाहर रेलवे क्रॉसिंग को लेकर कहा जाता है कि साल 2011 में यहां 18 लोगों की मौत हो गई थी. तब से यहां आत्मा भटकती है.