राजकुमारी शिरोमणि और साधारण युवक की प्रेम कहानी का गवाह है जशपुर का यह वाटरफॉल, खूबसूरती तो माशाअल्लाह!
अमितेष पांडेय
रानीदाह वाटरफॉल, जशपुर
जशपुर जिला मुख्यालय से करीब 16 KM दूर स्थित रानीदाह जलप्रपात बेहद खूबसूरत है. यहां जशपुर और आस पास के जिले के लोग अपने पूरे परिवार के साथ पिकनिक मनाने और वन भोज करने के लिए आते हैं. यह वाटरफॉल बेहद खूबसूरत है और साल भर यह सैलानियों से गुलजार रहता है. यह वाटरफॉल राजकुमारी शिरोमणि और साधारण युवक की प्रेम कहानी का गवाह है. ओडिशा के राजा की पुत्री राजकुमारी शिरोमणि को एक साधारण से युवक से प्रेम हो गया था.इस कारण राजकुमारी के परिवार ने उनका विरोध किया था. अपने संकल्प पर अडिग होकर वह परिवार को छोड़ जशपुर भाग आईं. ओडिशा के राजा की बेटी राजकुमारी शिरोमणि एक सामान्य युवक से प्रेम करती थीं, लेकिन उनके पिता और पांच भाई इस रिश्ते के लिए तैयार नहीं थे. अपने प्रेम को पाने के लिए रानी ने राज्य छोड़ दिया और जशपुर आ गईं. परिवार के सदस्यों ने उनका पीछा किया, लेकिन वह अपने निर्णय पर अटल रहीं और अंततः उन्होंने जलप्रपात से कूदकर आत्महत्या कर ली. राजकुमारी की दुखद मृत्यु के बाद से इस जलप्रपात का नाम रानीदाह जलप्रपात प्रसिद्ध हो गया. एक मान्यता के अनुसार, जिन भाइयों ने रानी का पीछा किया था वे उसी स्थान पर पत्थरों में बदल गए, जिसे अब ‘पंच-भैया’ कहा जाता है. कुछ स्थानीय पुजारियों के अनुसार यहां देर रात मंदिर की घंटियां अपने आप बज उठती हैं और यह विश्वास है कि रानी की आत्मा आज भी इस क्षेत्र में निवास करती है.