Bastar Dussehra 2025: क्या है बस्तर दशहरे का ‘मुरिया दरबार’? जानिए अनोखी परम्परा
श्वेक्षा पाठक
बस्तर दशहरा का 'मुरिया दरबार'
बस्तर दशहरा दुनिया का सबसे बड़ा दशहरा है, जो पूरे 75 दिनों तक चलता है. इस अनोखे पर्व को देखने देश-विदेश से हजारों-लाखों पर्यटक आते हैं.इस दशहरे की खासियत यह है कि इसमें रावण दहन नहीं किया जाता, बल्कि भव्य रथ यात्रा निकाली जाती है. यह पर्व बस्तर की संस्कृति का अभिन्न हिस्सा है.बस्तर दशहरा के लिए जब रथ का निर्माण होता है, तो सभी कारीगर यहीं सिहसार भवन में रुककर कार्य करते हैं. इसके अलावा, दशहरा के समय इसी भवन में जोगी बैठाई की रस्म अदा की जाती है.दशहरा के अंतिम दिन भवन में मुरिया दरबार आयोजित होता है, जिसे बस्तर की संसद भी कहा जाता है. यह परंपरा लगभग 600 साल पहले यहां के राजाओं ने शुरू की थी, जो आज भी दशहरा के अंतिम दिन निभाई जाती है. यहां लोग अपनी समस्या बताते थे.आज भी इस दरबार में बस्तर के सभी परगनों के मांझी-मुखिया शामिल होते हैं और अपने-अपने इलाकों की समस्याओं पर चर्चा कर समाधान खोजने का प्रयास करते हैं, अब इस दरबार में जनप्रतिनिधि भी भाग लेते हैं.