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अमनजोत ने वोलवार्ट का कैच नहीं, वर्ल्ड कप की ‘ट्रॉफी’ लपक ली थी, दक्षिणी अफ्रीकी कप्तान को नहीं हो रहा था यकीन, VIDEO

Amanjot Kaur

अमनजोत कौर

IND vs SA Final: भारत की महिला क्रिकेट टीम ने इतिहास रचते हुए वर्ल्ड कप ट्रॉफी पर पहली बार कब्जा जमा लिया है. लेकिन, जब तब दक्षिण अफ्रीकी कप्तान लॉरा वोलवार्ट क्रीज पर थीं, भारतीय टीम के लिए इस जीत तक पहुंच पाना इतना आसान नहीं था.

विमेंस वर्ल्ड कप फाइनल में भारत ने 298 रनों का स्कोर खड़ा किया था. जवाब में दक्षिण अफ्रीका की टीम की तरफ से लॉरा वोलवार्ट कप्तानी पारी खेलते हुए अपनी टीम को जीत की तरफ ले जाना चाहती थीं. वोलवार्ट ने सेमीफाइनल वाली अपनी लय को बरकरार रखा और भारत के खिलाफ फाइनल में शतक जड़ा. लेकिन, शतक के तुरंत बाद ही वह दीप्ति की गेंद को लॉफ्ट करके मारने के चक्कर में अपना विकेट गंवा बैठीं. तब अमनजोत ने एक ऐसा कैच लपका जो उनके हाथों से लगभग निकल चुका था.

अमनजोत ने कैच नहीं ‘ट्रॉफी’ लपक ली!

वोलवार्ट ने दीप्ति की गेंद को बाउंड्री के बाहर मारने की कोशिश की, लेकिन ऊंची तो बहुत गई, दूरी कम थी. हालांकि, उस गेंद को लपकने की कोशिश में अमनजोत चूक गईं और गेंद उनके हाथों से लगभग छिटक ही गई थी. लेकिन, अमनजोत ने दूसरी और फिर तीसरी कोशिश में गेंद को एक हाथ से लपक लिया. अमनजोत इस कैच की अहमियत जानती थीं और शायद यही वजह थी कि कैच लपकने के बाद उन्होंने राहत की सांस ली और सभी खिलाड़ियों ने उनको घेर लिया था.

वोलवार्ट 101 रन बनाकर आउट हुईं लेकिन, कोई अन्य दक्षिण अफ्रीकी बल्लेबाज बड़ी पारी नहीं खेल पाया और भारतीय टीम ने 246 रनों पर दक्षिण अफ्रीकी टीम को समेटकर पहली बार वर्ल्ड कप का खिताब अपने नाम कर लिया.

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शेफाली ने बनाए सर्वाधिक 87 रन

फाइनल मुकाबले में भारतीय टीम ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 7 विकेट पर 298 रनों का स्कोर खड़ा किया था. ओपनर शेफाली वर्मा ने 87 रनों की शानदार पारी खेली. वहीं दीप्ति शर्मा ने 58 रन और स्मृति मंधाना ने 45 रन की उपयोगी पारी खेली. आखिरी ओवरों में ऋचा घोष ने पॉवर हीटिंग के दम पर 34 रन बनाकर भारत को 300 के स्कोर के करीब पहुंचाया. जबकि, जवाब में दक्षिण अफ्रीका की पूरी टीम 246 रनों पर सिमट गई.

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