IND vs ENG: भारत और इंग्लैंड के बीच क्रिकेट मुकाबले हमेशा से रोमांचक रहे हैं, लेकिन जब बात ड्यूक्स गेंद की आती है, तो यह अक्सर विवादों का कारण बन जाती है. हाल ही में लॉर्ड्स में खेले गए मैच में भारत की हार के बाद, ड्यूक्स गेंद को लेकर एक बार फिर विवाद खड़ा हो गया है, और तो और ICC से शिकायत और नियम बदलने की मांग तक उठ गई है.
लॉर्ड्स में ड्यूक्स का ‘खेल’?
लॉर्ड्स टेस्ट में भारत की हार के बाद, टीम प्रबंधन और कुछ पूर्व क्रिकेटरों ने ड्यूक्स गेंद की भूमिका पर सवाल उठाए हैं. उनका मानना है कि ड्यूक्स गेंद की प्रकृति ने इंग्लैंड के गेंदबाजों को अनुचित लाभ पहुंचाया, जिससे भारतीय बल्लेबाजों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा. ड्यूक्स गेंद, जो अपनी अतिरिक्त स्विंग और सीम मूवमेंट के लिए जानी जाती है, इंग्लैंड की परिस्थितियों में और भी प्रभावी हो जाती है. भारतीय पिचों पर इस्तेमाल होने वाली कूकाबूरा गेंद की तुलना में, ड्यूक्स गेंद का सीम अधिक उभरा हुआ होता है और यह हवा में अधिक देर तक घूमती है, जिससे तेज गेंदबाजों को विकेट लेने में आसानी होती है.
ओवल टेस्ट से पहले बखेड़ा
अब जबकि ओवल में अगला टेस्ट मैच खेला जाना है, यह विवाद और भी गरमा गया है. भारतीय टीम प्रबंधन इस मुद्दे को लेकर काफी गंभीर है और उसने ICC से आधिकारिक शिकायत करने का मन बना लिया है. उनकी मांग है कि टेस्ट क्रिकेट में गेंद के इस्तेमाल को लेकर एकरूपता लाई जाए या फिर ड्यूक्स गेंद के नियमों में बदलाव किया जाए ताकि यह खेल को अधिक संतुलित बना सके.
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ICC से शिकायत और नियम बदलने की मांग
भारत की यह शिकायत केवल एक हार तक सीमित नहीं है, बल्कि यह टेस्ट क्रिकेट में खेल की निष्पक्षता से जुड़ी है. भारतीय खेमे का तर्क है कि अलग-अलग देशों में अलग-अलग गेंदों का इस्तेमाल करना खेल के मूल सिद्धांतों के खिलाफ है. यदि एक टीम को अपनी घरेलू परिस्थितियों में एक विशेष गेंद से फायदा मिलता है, तो दूसरी टीम के लिए विदेशी धरती पर प्रतिस्पर्धी बने रहना मुश्किल हो जाता है.
