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“बस नाम के मेजबान…”, ICC ने लगाई पाकिस्तानी क्रिकेट बोर्ड को फटकार, जानिए क्या है पूरा मामला

Champions Trophy 2025

जय शाह और रोहित शर्मा

Champions Trophy 2025: चैम्पियंस ट्रॉफी में भारतीय क्रिकेट टीम ने न्यूज़ीलैंड को 4 विकेट से हराकर इतिहास रच डाला. इस बार रोहित शर्मा की कप्तानी में टीम ने यह साबित कर दिया कि वो किसी भी चुनौती का सामना कर सकती है. लेकिन, भारतीय टीम की इस शानदार जीत के बाद कुछ ऐसा हुआ, जिसे लेकर पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) की किरकिरी हो गई और आईसीसी को सफाई देनी पड़ी.

जी हां, चैम्पियंस ट्रॉफी 2025 के फाइनल मैच के बाद पुरस्कार वितरण समारोह में एक चौंकाने वाला दृश्य देखा गया. जब भारतीय खिलाड़ी ट्रॉफी, पदक और जैकेट लेने के लिए मंच पर आए, तो वहां एक असमानता साफ दिखाई दी, और वह असमानता थी पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) के किसी भी अधिकारी का न होना! यह घटना जितनी चौंकाने वाली थी, उतनी ही विवादों से भरी हुई भी.

पाकिस्तान में जब खेल प्रेमियों को यह खबर मिली, तो उनके सिर पर मानो तलवार चल गई! कैसे हो सकता है कि टूर्नामेंट का मेज़बान पाकिस्तान का कोई भी अधिकारी पुरस्कार वितरण समारोह में हिस्सा न लें. मामला इतना बढ़ा कि आईसीसी को खुद इस पर सफाई देनी पड़ी.

ICC ने पाकिस्तान को सुनाई खरी-खरी

आईसीसी के प्रवक्ता ने इस पर अपनी चुप्पी तोड़ी और कहा, “PCB के अध्यक्ष मोहसिन नकवी दुबई नहीं गए थे. बोर्ड के अधिकारियों को ही प्रेजेंटेशन सेरेमनी में बुलाया जा सकता है. हालांकि, कोई भी PCB अधिकारी इस समारोह में उपस्थित नहीं था. मेज़बान होने के नाते, पाकिस्तान को अपनी जिम्मेदारी निभानी चाहिए थी, लेकिन यह नदारद था!”

अब सोशल मीडिया पर सवाल उठ रहा है कि जिस समय पाकिस्तान को अपनी मेज़बानी का गौरव दिखाना चाहिए था, तब वह अपने घर में ही गुम था. और यही वह समय था जब शोएब अख्तर जैसे पाकिस्तान क्रिकेट के दिग्गज खिलाड़ी भी चुप नहीं रह पाए. शोएब ने अपने X अकाउंट पर वीडियो शेयर करते हुए कहा, “भारतीय टीम ने ट्रॉफी जीती, लेकिन पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड का कोई प्रतिनिधि वहां नहीं था. पाकिस्तान मेज़बान था, तो फिर यह क्या मसला था?”

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पाकिस्तान के बेतुके बहाने

पाकिस्तानी मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, PCB अध्यक्ष मोहसिन नकवी दुबई नहीं जा सके क्योंकि उनकी मसरूफियत थी. अब, यह मसरूफियत क्या थी, यह सिर्फ मोहसिन नकवी ही जानें, लेकिन पाकिस्तान के क्रिकेट प्रेमियों को इससे कोई फर्क नहीं पड़ा. वो तो बस यही चाहते थे कि उनके बोर्ड के अधिकारी सम्मान के इस पल का हिस्सा बने होते.

वहीं, पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के कुछ सूत्रों ने दावा किया कि सुमैर अहमद, जो PCB के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) थे और इस टूर्नामेंट के डायरेक्टर भी थे, वह दुबई गए थे. लेकिन आईसीसी के प्रवक्ता ने इस दावे को भी पूरी तरह से नकार दिया. उन्होंने कहा, “मंच पर PCB का कोई अधिकारी मौजूद नहीं था.” यानी, सुमैर अहमद भी गायब थे, तो सवाल उठता है कि फिर उनके दुबई जाने का मतलब क्या था?

ICC का शानदार नेतृत्व

आप सोच रहे होंगे कि पुरस्कार वितरण समारोह में कौन थे? तो जवाब है – आईसीसी अध्यक्ष जय शाह, बीसीसीआई अध्यक्ष रोजर बिन्नी और सचिव देवजीत सैकिया, जिन्होंने भारतीय टीम को सम्मानित किया. आईसीसी ने यह कदम उठाकर साबित कर दिया कि अगर घर के मेज़बान गायब हों, तो भी एक सम्मानजनक आयोजन हो सकता है.

क्या यह सिर्फ एक गलती थी, या कुछ और?

पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड की इस नाकामी को लेकर कई सवाल उठ रहे हैं. क्या यह सिर्फ एक गलती थी, या फिर यह एक जानबूझकर की गई चूक थी? क्या बोर्ड के अधिकारियों को यह लगा कि ट्रॉफी के वितरण के समय कोई खास मायने नहीं रखते? यह सवाल अब क्रिकेट जगत में खूब चर्चा का विषय बना हुआ है.

चाहे आप किसी भी खेल का आयोजन कर रहे हों, आपकी जिम्मेदारी सिर्फ खेल तक सीमित नहीं होती. जब आप मेज़बान होते हैं, तो आपको पूरे कार्यक्रम की व्यवस्था और अपने अधिकारियों की उपस्थिति पर ध्यान देना जरूरी होता है. पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने यह अवसर खो दिया.

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