IND vs NZ: कल भारतीय टीम ने न्यूजीलैंड को चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल में 4 विकेट से हरा दिया. दुबई में खेले गए इस टूर्नामेंट में जीत के साथ ही टीम इंडिया के हेड कोच गौतम गंभीर ने एक कोच के रूप में अपने पहले ही आईसीसी इवेंट में भारत को चैंपियंन बना दिया है. भारत की ये पिछले 9 महीने में दूसरी आईसीसी ट्रॉफी जीत है. इससे पहले राहुल द्रविड की कोचिंग में पिछले साल जून में टी20 वर्ल्ड जीता था. इस जीत के बाद द्रविड का कार्यकाल खत्म हो गया.
इसके बाद भारतीय क्रिकेट में कोच गौतम गंभीर के युग की शुरुआत हुई. लेकिन ये शुरुआत गंभीर के लिए ये आसान नहीं रही. जुलाई में कोच की जिम्मेदारी संभालने के बाद टीम की हार का सिलसिला शुरु हो गया. इसके बाद गंभीर पर पक्षपात के बड़े आरोप लगे. उन्हें चारो-ओर से कड़ी आलोचना का सामना करना पड़ा. कोचिंग के 9 महीने के भीतर गंभीर ने 12 साल बाद चैंपियंस ट्रॉफी जिताकर सभी आलोचकों को करारा जबाव दिया है. गंभीर के फैसले सही साबित हुए और टीम अजय रहकर चैंपियन बनी.
गंभीर ने लिए बड़े फैसले
बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी नें हार के बाद टीम इंडिया ने ब्रके के बाद इंग्लैंड का सामना किया. पहले टी20 और फिर वनडे सीरीज में जीत के बाद चैंपियंस ट्रॉफी में अपने अभियान की शुरुआती की. इस टूर्नामेंट के शुरु होने से पहले से ही टीम के चुनाव को लेकर गंभीर को घेरा गया. दुबई की पिच पर मैच खेलने के बावजूद टीम में 4 स्पिनर शामिल किए गए. इसे लेकर भी गंभीर की आलोचना हुई. लेकिन पहले दो मैच में तीन स्पिनर और फिर आखिरी के तीन मैचों में 4 स्पिनर के साथ टीम उतरी और शानदार प्रदर्शन किया.
गंभीर ने कई बड़े फैसले लिए, जो आलोचना का केंद्र बन गए. अक्षर पटेल को राहुल से उतारा गया, पंत को मौका नहीं मिला और वरुण के चयन को लेकर भी गंभीप पर सवाल उठे. लेकिन गंभीर के ये सभी फैसले सही साबित हुए. अक्षर ने नंबर 5 पर शानदार बल्लेबाजी की. राहुल ने फाइनल और सेमीफाइनल दोनों में मैच विनिंग पारी खेली. वरुण टीम के लिए सबसे बड़े मैच विनर साबित हुए.
भारतीय टीम को लगातार मिली हार
गंभीर ने जुलाई 2024 से श्रीलंका दौरे पर कोच की कमान संभाली. टी20 सीरीज में जीत के बाद श्रीलंका ने भारत को वनडे सीरीज में चौंका दिया. दशकों बाद श्रीलंका ने भारत को वनडे में क्लीन स्वीप कर दिया. ये गंभीर और टीम इंडिया के लिए बड़ा झटका था. इसके बाद भारत ने 10 टेस्ट खेले जिनमें से टीम केवल 3 में जीत दर्ज कर पाई.
बांग्लादेश के खिलाफ आसान जीत के बाद न्यूजीलैंड ने भारत को घरेलू सीरीज में क्लीन स्वीप कर दिया. ये हार भारतीय टीम के लिए चौंकाने वाली थी. 12 साल बाद किसी टीम ने घर में भारत को हराया था और पहली ही बार किसी टीम ने टेस्ट में क्लीन स्वीप किया था. इसके बाद गंभीर और टीम मैनेजमेंट को घेरा गया. फिर ऑस्ट्रलिया में 10 साल बाद भारत ने बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी को गवा दिया.
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सोशल मीडिया पर फैंस, पूर्व खिलाड़ी और क्रिकेट पंडित लगातार मिल रही हार के बाद कोच गंभीर के साथ टीम के सीनियर खिलाड़ियों पर एक्शन की मांग कर ने लगे. गंभीर पर कई खिलाड़ियों को लेकर पक्षपात के भी बड़े आरोप लगे. गंभीर ने इस जीत के साथ सभी आलोचकों को करारा जबाव दिया है. और क्या खूब दिया है.
