IND vs AUS: बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के तीसरे टेस्ट के दूसरे दिन कमेंटेटर ईशा गुहा ने तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह के लिए “प्राइमेट” शब्द का इस्तेमाल किया. इस पर उन्हें कड़ी आलोचना का सामना करना पड़ा. गाबा टेस्ट के दौरान जब ईशा बुमराह की शानदार गेंदबाजी की तारीफ कर रही थीं. तब उन्होंने बुमराह के लिए “एमवीपी” यानी “मोस्ट वैल्यूएबल प्राइमेट” शब्द का इस्तेमाल किया, जो सोशल मीडिया पर भारी विवाद का कारण बन गया.
15 दिसंबर को गाबा टेस्ट के दूसरे दिन, ईशा गुहा ने बुमराह की गेंदबाजी की सराहना करते हुए उन्हें “मोस्ट वैल्यूएबल प्राइमेट” कहा. इस दौरान उन्होंने यह भी टिप्पणी की कि बुमराह को दूसरे छोर से सहयोग की आवश्यकता है. हालांकि, “प्राइमेट” शब्द पर फैंस ने ईशा की आलोचना शुरू कर दी. प्राइमेट का अर्थ हो ‘मनुष्य जैसा जानवर’, इसी कारण विवाद बढ़ा और उन्हें माफी मांगनी पड़ी. बुमराह ने दूसरे दिन शानदार गेंदबाजी करते हुए 5 विकेट झटके थे.
ईशा गुहा ने मांगी माफी
सोशल मीडिया पर बढ़ते दबाव के बाद ईशा गुहा ने गाबा टेस्ट के तीसरे दिन ऑन-एयर अपने बयान के लिए माफी मांगी. उन्होंने यह साफ किया कि वे केवल बुमराह की तारीफ कर रही थीं, और उन्होंने शब्द चुनने में गलती कर दी.
ईशा गुहा ने आगे कहा, “मैंने कल कमेंट्री में एक ऐसा शब्द इस्तेमाल किया, जिसके कई अलग-अलग अर्थ हैं. मेरा मकसद भारत के महान खिलाड़ियों में से एक की प्रशंसा करना था. मैं समानता में विश्वास करती हूं और किसी भी खिलाड़ी का सम्मान करती हूं जिसने क्रिकेट को अपना जीवन दिया है.”
यह भी पढ़ें: कौन है Suryansh Shedge? विस्फोटक पारी से मुंबई को दिलाई ट्रॉफी, IPL में इस टीम से खेलेंगे
रवि शास्त्री ने किया समर्थन
पूर्व हेड कोच और भारतीय क्रिकेट के दिग्गज रवि शास्त्री ने ईशा गुहा के माफी मांगने के पर उनका समर्थन किया. शास्त्री ने कहा कि अपनी गलती मानना और पब्लिक्ली माफी मांगना एक साहसी कदम है. ईशा ने फैंस से अपील भी की कि उनके बयान को गलत तरीके से न लिया जाए.