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खराब फिल्डिंग से लेकर गेंदबाजी तक… हेडिंग्ले में भारत की करारी हार के पीछे ये हैं कारण

Team India

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IND vs ENG: लीड्स में खेले गए एंडरशन तेंदुलकर ट्रॉफी के पहले टेस्ट में इंग्लैंड ने भारत को 5 विकेट से हरा दिया. इस जीत के साथ ही मेजबानों ने सीरीज ने 1-0 की बढ़त बना ली है. भारत ने इंग्लैंड को 371 रनों का टारगेट दिया था. जिसे इंग्लैंड ने बैन डकेट की शतकीय पारी के दम पर आसानी से हासिल कर लिया. एक समय ऐसा लग रहा था कि भारत आसानी से मैच अपने नाम कर लेगा. लेकिन खराब गेंदबाजी और फिल्डिंग के चलते हार मिली. आइए जानते भारत की हार कि पीछे क्या रही बड़ी वजह.

हार के पीछे रहे यह कारण

गेंदबाजी में पैनापन की कमी: भले ही लीड्स में तेज़ गेंदबाजों को मदद मिलती हो, लेकिन निरंतर दबाव बनाए रखना और महत्वपूर्ण समय पर विकेट लेना आवश्यक होता है. भारतीय गेंदबाजों ने इंग्लैंड के बल्लेबाजों को खुलकर खेलने दिया. गेंदबाजी में किसी तरह का बदलाव नहीं किया और साझेदारी तोड़ने में विफल रहे. इंग्लैंड के विकेट गिरते तो दबाव बढ़ जाता. लेकिन गेंदबाज ऐसान नहीं कर सके.

खराब क्षेत्ररक्षण और कैच छोड़ना: “कैच विन मैचेस” – यह कहावत टेस्ट क्रिकेट में और भी सच साबित होती है. भारतीय खिलाड़ियों ने महत्वपूर्ण कैच टपकाए, जिससे इंग्लैंड को अतिरिक्त रन बनाने का मौका मिला. अगर भारतीय खिलाड़ी समय पर कैत पकड़ते तो शायद मैच का रुख बदल सकता था. यशस्वी जायसवाल टीम के सबसे खराब फिल्डर साबित हुए.

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इंग्लैंड का बेहतर प्रदर्शन और दबाव झेलने की क्षमता: कभी-कभी हार का कारण केवल अपनी टीम की कमजोरी नहीं, बल्कि विरोधी टीम का असाधारण प्रदर्शन भी होता है. यदि इंग्लैंड ने बल्लेबाजी, गेंदबाजी और फिल्डिंग तीनों विभागों में उत्कृष्ट प्रदर्शन नहीं किया होता, तो भारत आसानी से मैच जीत सकते थे. घरेलू परिस्थितियों का लाभ उठाना भी उनके पक्ष में गया.

लोअर ऑर्डर नहीं चला: भारत ने पहली पारी नें 471 और दूसरी पारी में 364 रन बनाए. जिसमें निचले क्रम के बल्लेबाजों का योगदान नहीं आया. पहली पारी में 430 से 471 रन तक 4 विकेट गिर गए. वहीं, दूसरी पारी में 335 से 364 तक 4 विकेट गिर गए. भारत के निचले क्रम के बल्लेबाज पूरी तरह फ्लॉप साबित हुए और रन नहीं जोड़ सके.

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