Gautam Gambhir: भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व खिलाड़ी मनोज तिवारी ने अपने साथी खिलाड़ी और भारतीय टीम के हेड कोच गौतम गंभीर को लेकर चौंकाने वाले खुलासे किए हैं. तिवारी ने दावा किया है कि गंभीर ने एक मैच के दौरान उन्हें मां-बहन की गालियां दीं और दोनों के बीच हाथापाई की नौबत आ गई थी.
मनोज तिवारी ने लल्लनटॉप को दिए एक इंटरव्यू में बताया कि 24 अक्टूबर 2015 को रणजी ट्रॉफी के एक मैच में गौतम गंभीर स्लिप में खड़े थे. तिवारी जब पिच पर सेट हो रहे थे, तभी गंभीर ने गालियां देनी शुरू कर दीं. उन्होंने बताया, “गौतम गाली देते हुए बोले कि शाम को तुझे मारूंगा. मैंने कहा, ‘शाम का इंतजार क्यों? अभी आओ और देख लो.'”
ड्रेसिंग रूम में भी विवाद
तिवारी ने एक और घटना का जिक्र किया, जब ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एक मैच में उन्होंने 129 रन बनाए थे और गंभीर ने 105-110 रन. तिवारी ने कहा, “वॉशरूम में गंभीर मेरे पीछे आए और गुस्से में बोले कि ऐसा एटीट्यूड नहीं चलेगा. उन्होंने धमकी दी कि मैं तुझे टीम में खिलाने नहीं दूंगा.” इस दौरान पूर्व तेज गेंदबाज वसीम अकरम ने बीच-बचाव कर मामला शांत कराया.
गंभीर को बताया ‘पाखंडी’
मनोज तिवारी ने हाल ही में गंभीर पर एक और तीखा हमला बोला और उन्हें पाखंडी (हिप्पोक्रेट) कह दिया. तिवारी ने कहा, “गौतम जो कहते हैं, वह करते नहीं हैं. उनकी PR टीम के कारण उन्हें अधिक महत्व दिया जाता है.” उन्होंने IPL में कोलकाता नाइट राइडर्स (KKR) की कप्तानी के दौरान गंभीर को मिले क्रेडिट पर भी सवाल उठाए.
यह भी पढ़ें: Ranji Trophy के पहले टीम इंडिया के सीनियर खिलाड़ियों का फ्लॉप शो, रोहित-गिल और पंत सस्ते में लौटे, जडेजा का ‘पंजा’
“KKR की जीत में पूरी टीम का योगदान था”
मनोज ने कहा कि 2012 और 2014 में KKR की खिताबी जीत का पूरा श्रेय गंभीर को दिया गया, लेकिन यह टीम प्रयास का नतीजा था. तिवारी ने कहा, “जैक्स कैलिस, मनविंदर बिस्ला, सुनील नरेन और मैंने बल्ले और गेंद से शानदार प्रदर्शन किया. लेकिन माहौल और PR रणनीति ने सारा क्रेडिट गंभीर को दे दिया.”
