Paris Olympics 2024: Paris Olympics 2024: भारतीय खेल के इतिहास में अनेक स्वर्णिम पल दर्ज हैं, जिनमें 1928 से 1956 तक ओलंपिक के मंच पर भारतीय हॉकी टीम का दबदबा, 2008 में अभिनव बिंद्रा द्वारा भारत का पहला व्यक्तिगत गोल्ड मेडल और नीरज चोपड़ा के एथलेटिक्स में पहला गोल्ड मेडल जीतना शामिल है. भारत ने ओलंपिक में अब तक 10 बार गोल्ड मेडल जीते हैं. 26 जुलाई से ओलंपिक 2024 का आगाज होने जा रहा है. पेरिस ओलंपिक के 16 खेलों में भारत के 117 खिलाड़ी हिस्सा लेंगे.
हॉकी में भारत का स्वर्णिम युग
1928 में एम्सटर्डम खेलों में हॉकी ने ओलंपिक में वापसी की और भारत ने अपनी पहली उपस्थिति में ही गोल्ड मेडल जीता. इसके बाद लगातार पांच गोल्ड मेडल जीतकर भारत ने हॉकी में अपना दबदबा बनाया. 1960 के ओलंपिक में भारत को फाइनल में पाकिस्तान से हार का सामना करना पड़ा, जिसके बाद भारत का छह गोल्ड मेडल जीतने का सिलसिला टूट गया. 1964 में भारत ने पाकिस्तान को हराकर अपना सातवां गोल्ड मेडल जीता. फिर 1980 में मॉस्को ओलंपिक में भारत ने 16 साल बाद फिर से गोल्ड मेडल जीता. 1980 के बाद से भारत ने ओलंपिक में हॉकी कैटेगरी में कोई गोल्ड नहीं जीता है.
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पहला व्यक्तिगत गोल्ड मेडल
2008 बीजिंग ओलंपिक में अभिनव बिंद्रा ने पुरुषों की 10 मीटर एयर राइफल फाइनल में गोल्ड मेडल जीता. यह भारत का पहला व्यक्तिगत ओलंपिक गोल्ड मेडल था. यह जीत अभिनव के लिए बहुत खास थी, क्योंकि उन्होंने पहले ही 2006 में ज़ाग्रेब में विश्व चैंपियन बनने का गौरव हासिल किया था.
एथलेटिक्स में पहला गोल्ड मेडल
2020 टोक्यो ओलंपिक में युवा खिलाड़ी नीरज चोपड़ा ने पुरुषों की भाला फेंक प्रतियोगिता में भारत को एथलेटिक्स में पहला गोल्ड मेडल दिलाया. नीरज ने अपने पहले दो प्रयासों में ही बाकी सभी प्रतिभागियों को पीछे छोड़ दिया था. उन्होंने 87.58 मीटर की दूरी के साथ गोल्ड मेडल जीता.