Paris Paralympics 2024: पेरिस ओलंपिक 2024 के समाप्त होने के बाद अब भारतीय खेल प्रेमियों की निगाहें बुधवार से शुरू हो रहे पेरिस पैरालंपिक खेलों पर हैं. पेरिस पैरालंपिक इस बार बेहद खास होने वाला है, क्योंकि भारत अपने अब तक के सबसे बड़े दल के साथ इसमें भाग ले रहा है. 84 खिलाड़ियों का यह दल 12 खेलों में अपना हुनर दिखाएगा, जिससे भारत को पदकों की भारी उम्मीद है.
पेरिस पैरालंपिक का उद्घाटन समारोह
पेरिस पैरालंपिक 2024 का उद्घाटन समारोह 28 अगस्त को आयोजित किया जाएगा. यह समारोह अन्य बार के पैरालंपिक खेलों की तुलना में अलग होगा क्योंकि इसे स्टेडियम के बाहर आयोजित किया जा रहा है. परेड का मार्ग प्रसिद्ध चैंप्स-एलिसीज़ और प्लेस डे ला कॉनकॉर्ड के बीच तय किया गया है. उद्घाटन समारोह का आयोजन ऐसे स्थान पर हो रहा है, जिसे पेरिस का दिल कहा जाता है. इसके पहले, पेरिस ओलंपिक का उद्घाटन समारोह सीन नदी के किनारे हुआ था, जिसने विश्वभर के दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया था. पैरालंपिक उद्घाटन समारोह भी इसी तरह भव्य होने की उम्मीद है.
कहां देखें पेरिस पैरालंपिक 2024?
पेरिस पैरालंपिक 2024 का आनंद भारतीय दर्शक जियो सिनेमा पर मुफ्त में उठा सकते हैं. मोबाइल, लैपटॉप या डेस्कटॉप यूजर्स इस प्लेटफॉर्म पर लाइव स्ट्रीमिंग का मजा ले सकते हैं. इसके अलावा, स्पोर्ट्स 18 नेटवर्क पर भी पैरालंपिक गेम्स का लाइव प्रसारण किया जाएगा, जिससे दर्शक खेलों के रोमांचक मुकाबलों का सीधा प्रसारण देख सकेंगे.
टोक्यो पैरालंपिक 2021: भारत का सुनहरा प्रदर्शन
टोक्यो पैरालंपिक 2021 भारत के लिए अब तक का सबसे सफल पैरालंपिक साबित हुआ था. 54 भारतीय खिलाड़ियों ने नौ खेलों में हिस्सा लिया था और भारत ने कुल 19 पदक जीतकर देश का नाम रोशन किया. इनमें 5 स्वर्ण, 8 रजत और 6 कांस्य पदक शामिल थे. इस अद्वितीय प्रदर्शन ने भारत को पदक तालिका में 24वां स्थान दिलाया था. यह भारत का पैरालंपिक इतिहास का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन था.
भारतीय खिलाड़ियों की संभावनाएं और चुनौतियां
पेरिस पैरालंपिक 2024 में भारतीय खिलाड़ियों की संभावना बेहद उज्ज्वल है. भारतीय पैरा एथलीट्स ने अपने प्रशिक्षण के दौरान जबरदस्त प्रदर्शन किया है, और उनके पास सभी प्रमुख खेलों में पदक जीतने की क्षमता है. इनमें एथलेटिक्स, बैडमिंटन, तीरंदाजी, और पावरलिफ्टिंग जैसे खेल शामिल हैं.
हालांकि, हर बड़े टूर्नामेंट की तरह, यहां भी चुनौतियां होंगी. खेलों में विश्व स्तर के खिलाड़ियों का सामना करना हमेशा एक बड़ी चुनौती होती है. फिर भी, भारतीय एथलीट्स की प्रतिबद्धता और उनके पूर्व के प्रदर्शन को देखते हुए, इस बार भारत के लिए सफलता की संभावनाएं बेहद प्रबल हैं.
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