Rohit Sharma: भारत बिना एक भी मैच हारे ICC Champions Trophy 2025 के सेमीफइनल में पहुंच चूका है. चैंपियंस ट्रॉफी के सेमीफाइनल में भारत ऑस्ट्रेलिया से मुकाबला करेगा. लेकिन इससे पहले कांग्रेस पार्टी की राष्ट्रीय प्रवक्ता ने भारतीय टीम के कप्तान रोहित शर्मा को लेकर विवादित टिप्पणी की. कांग्रेस की प्रवक्ता शमा महोम्मद ने हिटमैन शर्मा को ‘मोटा’ और ‘Unimpressive’ कप्तान बताया. जिसके बाद यह विवाद काफी बढ़ गया है.
शमा मोहम्मद द्वारा रोहित के वजन को लेकर एक्स पर किए गए पोस्ट लेकर बीजेपी और फैंस के अलावा अब क्रिकेटर्स तक उन पर भड़क गए हैं. भारत के दिग्गज खिलाड़ी सुनील गावस्कर ने इसे लेकर बड़ा बयान दिया. उन्होंने कहा है कि अगर क्रिकेट में पतले लोग चाहिए तो मॉडलिंग करने वालों को ले आओ.
क्रिकेट मॉडलिंग प्रतियोगिता नहीं- सुनील गावस्कर
शमा मोहम्मद द्वारा दिए गए बयान पर सुनील गावस्कर ने इंडिया टुडे से बात की थी. इंडिया टुडे ने गावस्कर के हवाले से लिखा- ‘मैंने हमेशा कहा है कि अगर आपको सिर्फ़ दुबले-पतले लड़के चाहिए, तो आपको मॉडलिंग प्रतियोगिता में जाना चाहिए और सभी मॉडल्स को चुनना चाहिए. यह उस बारे में नहीं है. यह इस बारे में है कि आप क्रिकेट कितना अच्छा खेल सकते हैं. हमने सरफराज खान के बारे में बात की- लंबे समय तक उनकी आलोचना की गई. क्योंकि उनका वजन ज़्यादा था. लेकिन अगर वह टेस्ट मैच में भारत के लिए 150 रन बनाते हैं और उसके बाद दो या तीन बार 50 या उससे ज्यादा रन बनाते हैं, तो फिर क्या समस्या है?’
क्रिकेट का साइज से कोई लेना-देना नहीं
अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए उन्होंने (सुनील गावस्कर) कहा- ‘मुझे नहीं लगता कि शरीर के साइज का क्रिकेट से कोई लेना-देना नहीं है. यह आपकी मानसिक शक्ति पर निर्भर करता है. आप कितने लंबे समय तक टिक सकते हैं, ये सबसे महत्वपूर्ण है. आपकी अच्छी बल्लेबाजी करना, लंबे समय तक बल्लेबाजी करना और रन बनाना ये इम्पोर्टेन्ट है.’
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खेल मंत्री ने भी दिया बयान
रोहित शर्मा पर दिए बयान पर शहजाद पूनावाला से लेकर कई बड़े नेता कांग्रेस और TMC के बयान की आलोचना कर रहे हैं. देश के खेल मंत्री मंसुख मांडविया ने भी इस बयान की आलोचना की. इसे लेकर उन्होंने एक्स पर लिखा- ‘कांग्रेस और TMC को खिलाड़ियों को अकेला छोड़ देना चाहिए, क्योंकि वे अपने पेशेवर जिंदगी को संभालने में पूरी तरह सक्षम हैं. इन पार्टियों के नेताओं द्वारा खिलाड़ी के शरीर को लेकर की गयी टिप्पणी और टीम में जगह को लेकर उठाये गये सवाल न केवल बेहद शर्मनाक है. बल्कि पूरी तरह से दयनीय भी है. इस तरह की टिप्पणियां हमारे खिलाड़ियों की कड़ी मेहनत और त्याग को कमतर आंकती हैं जो वैश्विक मंच पर देश का प्रतिनिधित्व करने के लिए करते हैं.’
